नीट 2018 : टॉप 100 में 53 स्टूडेंट्स एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट से

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कोटा ।  देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नेशनल इलेजिब्लिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) -2018 का परिणाम सोमवार को जारी कर दिया गया। परिणाम 5 जून को संभावित था लेकिन सीबीएसई द्वारा एक दिन पहले ही परिणाम जारी किया गया। परिणाम आने के साथ ही कोचिंग नगरी कोटा में खुशियों के ढोल बज गए। यहां एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के विद्यार्थियों ने एक बार फिर इस सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा में श्रेष्ठता सिद्ध की।

निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि इस परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर टॉप 10 में 6 स्थानों पर एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के स्टूडेंट्स रहे। इनमें 5वें स्थान प्रिंस चौधरी रहे। प्रिंस ने ओबीसी केटैगिरी में ऑल इंडिया में रैंक 1 प्राप्त की, जिसने 720 में से 686 अंक प्राप्त किए। प्रिंस ने फिजिक्स में 170, केमेस्ट्री में 170 तथा बॉयलोजी में 346 अंक प्राप्त किए। प्रिंस ने 99.9996.6 पर्सेन्टाइल अंक प्राप्त किए।

इसके साथ ही ऑल इंडिया दूसरे स्थान पर रोहन पुरोहित, छठे स्थान पर वरूण मुपिदि, सातवें पर कृष्णा अग्रवाल, नवें पर माधवन गुप्ता तथा 10वें पर रमनीक कौर मेहल रहे। इसके साथ ही टॉप 20 में 11, टॉप 50 में 30 तथा टॉप 100 में 53 स्टूडेंट्स एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट से रहे।

माहेश्वरी ने बताया कि नीट 2018 एग्जाम के लिए देशभर से कुल 13 लाख 26 हजार 725 विद्यार्थी पंजीकृत थे। यह आंकड़ा वर्ष 2017 में आयोजित हुई नीट एग्जाम के लिए रजिस्टर्ड स्टूडेंट्स की संख्या से 16.49 फीसदी ज्यादा है। नीट 2018 एग्जाम में 95.71 फीसदी स्टूडेंट्स यानी 12 लाख 69 हजार 922 स्टूडेंट्स उपस्थित व 56 हजार 803 स्टूडेंट्स अनुपस्थित रहे। कुल 7 लाख 16 हजार 72 छात्राएं व 5 लाख 53 हजार 849 छात्राएं एग्जाम में शामिल हुई।

एक स्टूडेंट ट्रांसजेंडर था। इसी प्रकार 518 विदेशी व 1651 एनआरआई स्टूडेंट्स ने भी नीट एग्जाम में भाग लिया। देशभर के 136 शहरों में 2 हजार 255 एग्जाम सेंटर्स बनाए गए थे। जहां कुल 5 लाख 60 हजार कमरों में स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया। एग्जाम के लिए कुल 1 लाख 50 हजार परीक्षक, 4 हजार 500 से ज्यादा ऑब्जवर्स एवं 153 सिटी कॉर्डिनेटर नियुक्त किए गए थे।

इस वर्ष जनरल के लिए 691 से 119 अंक, ओबीसी, एससी व एसटी वर्ग के लिए 118 से 96 अंक की कटऑफ रही। इस कटऑफ के अंदर अंक लाने वाले विद्यार्थियों को काउंसलिंग के लिए योग्य घोषित किया गया है। पिछले वर्ष की अपेक्षा कट ऑफ में 10 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। पिछले वर्ष सामान्य श्रेणी की कट ऑफ 697 से 131 के बीच रही थी।

सबसे ज्यादा विद्यार्थी अंग्रेजी भाषा के
नीट परीक्षा 11 अलग-अलग .भाषाओं में आयोजित हुई थी। सबसे ज्यादा 10 लाख 60 हजार 923 स्टूडेंट्स अंग्रेजी भाषा के थे। हिन्दी भाषा में 1 लाख 46 हजार 542 स्टूडेंट्स रहे। इसी प्रकार 12 लाख 7 हजार 465 स्टूडेंट्स ऐसे थे, जिन्हें पेपर हिन्दी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं में मिला। सबसे कम 279 स्टूडेंट्स उड़िया भाषा के थे। यह एग्जाम इंग्लिश व हिन्दी के अलावा तेलुगू, आसामी, गुजराती, मराठी, तमिल, बंगाली, कन्नड़ा, उर्दु, के अलावा क्षेत्रीय भाषाओं में भी हुआ था।

नियमित पढ़ाई ही सफलता का सूत्र
नाम : प्रिंस चौधरी
नीट : रैंक – 5 स्कोर – 686
पिता : रामाराम चौधरी, मेडिकल स्टोर संचालक
माता : कमलादेवी, गृहिणी

नीट में 686 अंक प्राप्त कर अखिल भारतीय स्तर पर 5वीं रैंक प्राप्त करने वाला एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के क्लासरूम कोचिंग के छात्र प्रिंस चौधरी राजस्थान के बाडमेर जिले के छोटे से गांव धौरीमन्ना से है और नियमित पढ़ाई को ही सफलता का सूत्र मानता है। प्रिंस ने बताया कि जो एलन में पढ़ाया जाता था, उसका नियमित रूप से रिवीजन करता था। जब तक रोज की पढ़ाई पूरी नहीं हो जाती, तब तक मैं सोता नहीं था। कोचिंग टाइम के अलावा कम से कम छह घंटे रोजाना सेल्फ स्टडी करता था। बाड़मेर के धोरीमन्ना में ही प्रारंभिक पढ़ाई हुई।

यहां 10वीं तक हिन्दी मीडियम से पढ़ाई की, इसके बाद 11वीं व 12वीं में मीडियम इंग्लिश लेते हुए पढ़ाई की। दसवीं में 94.17 प्रतिशत अंक प्राप्त किए, वहीं 12वीं में 93.6 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। दसवीं में अच्छे अंक प्राप्त होने के साथ ही पिताजी ने कोटा से कोचिंग करवाने का मन बना लिया था। अभी एम्स के रिजल्ट का भी इंतजार है, एम्स दिल्ली से एमबीबीएस करना चाहता हूं।

आगे किस स्पेशलिटी में जाना है इस बारे में अभी कुछ नहीं सोचा। पिता रामाराम चौधरी धौरीमन्ना में ही मेडिकल स्टोर संचालित करते हैं, मां कमलादेवी गृहिणी हैं। परिवार में छोटी बहन सिमरन भी है जो कक्षा 8वीं में है। पढ़ाई के साथ-साथ कॉमिक्स पढ़ने का शौक है, जब कोटा आया तो कॉमिक्स साथ लाया था। अभी भी समय मिलने पर पढ़ता हूं। इसके अलावा टीवी पर कार्टून देखता हूं। हिन्दी फिल्मों के गाने सुनना पसंद है। सोशल मीडिया में रूचि नहीं है।

कोटा में यहां पढ़ने का मन करता है
प्रिंस ने बताया कि जब पापा ने कोटा भेजा तो थोड़ा अटपटा लगा था लेकिन यहां आकर देखा कि पढ़ाई के लिए इससे अच्छी जगह कोई नहीं हो सकती। एलन में एडमिशन लेने के बाद पढ़ाई करने का इतना मन किया कि मजा आता था। यहां नेशनल लेवल का कम्पीटिशन मिलता है, जिससे हम एक दूसरे से स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करते हुए आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं, इसके लिए पढ़ते हैं।

फिजिक्स को बनाया सफलता का आधार
नाम- अमूल्य गुप्ता
पिता- आशीष गुप्ता, शिक्षक
मां- रितु गुप्ता
एआईआर- 20

नीट 2018 एग्जाम में मुम्बई निवासी अमूल्य गुप्ता ने 720 में से 675 अंक प्राप्त कर ऑल इंडिया 20वीं रैंक हासिल की है। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट का स्टूडेंट अमूल्य मेडिकल की पढ़ाई के लिए एम्स जाना चाहता है। पिता आशीष गुप्ता टीचर है और मां रितु गुप्ता गृहणी हैं। अमूल्य फिलहाल बॉयोलॉजी ओलम्पियाड में भाग लेने के लिए होमी जहांगीर भाभा सेंटर गया हुआ है। वो इससे पूर्व फिजिक्स व कैमेस्ट्री ओलम्पियाड के लिए भी चयनित हो चुका है।

11वीं और 12वीं कक्षा के केवीपीवाय एग्जाम में 7वीं और 9वीं रैंक प्राप्त कर चुका है। एलन टैलेंटेक्स में अमूल्य की ऑल इंडिया की दूसरी रैंक रही। अमूल्य ने फिजिक्स विषय को लेकर काफी तैयारी की थी। यही वजह है कि उसने नीट परीक्षा में फिजिक्स में 170 मार्क्स प्राप्त किए हैं। अमूल्य ने बताया कि नीट की तैयारी के लिए उसने रोजाना छह घंटे क्लारसरूम स्टडी के अलावा 7 घंटे तक सेल्फ स्टडी भी की। पढ़ाई पूरी प्लानिंग के साथ करता था।

सुबह उठने के साथ ही दिनभर क्या-क्या पढ़ना है, यह तय कर लेता था। तीनों विषयों को बराबर समय देता था। रीक्रिएशन के लिए कभी-कभी म्यूजिक सुनता था। उसने बताया कि एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट से नीट व एम्स की तैयारी करने का निर्णय मेरे लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ। यहां का पढ़ाई जैसा माहौल कहीं नहीं मिल सकता। यहां बेस्ट टीचर्स तो हैं और बेस्ट स्टूडेंट्स के साथ पढने से अच्छा कॉम्पिटिशन मिलता है