नई दिल्ली। टेलिकॉम इंडस्ट्री की कंपनी आइडिया सेल्लुलर की 31 मार्च 2018 को खत्म हुए चौथे क्वार्टर के नतीजे आ गए हैं। बीते फाइनेंशियल ईयर के चौथे क्वार्टर में कंपनी का घाटा लगभग तीन गुना बढ़कर 962.20 करोड़ रुपए हो गया है । इसी अवधि में एक साल पहले कंपनी का घाटा 327.70 करोड़ रुपए रहा था।
कुल इनकम भी 22 फीसदी घटी
वहीं आइडिया के Q4 में साल दर साल आधार पर कुल इनकम भी 22 फीसदी कम हुई है। चौथे क्वार्टर में कंपनी की कुल इनकम 6,387.70 करोड़ रुपए है।
जबकि बीते साल इसी अवधि में कंपनी की कुल इनकम 8,194.50 करोड़ रुपए रहा थी। वहीं 2017-18 में आइडिया को 4,168.20 करोड़ का नुकसान हो गया है। जबकि 2016-17 में कंपनी का नुकसान 399.70 करोड़ रुपए रहा था।
नुकसान पर क्या कहा कंपनी ने
आइडिया सेल्लुलर की ओर से जारी बयान के मुताबिक इस साल के दौरान दो निगेटिव फैक्टर का असर नतीजों पर पड़ा। कंपनी ने कहा कि टेलिकॉम इंडस्ट्री के डाटा और कॉलिंग की गलाकाट प्रतिस्पर्धा की वजह से कंपनी को नुकसान हुआ है। इसके अलावा विपरित नियामक परिस्थितियां भी नुकसान की वजह बनी हैं।
मर्जर प्रक्रिया आखिरी पड़ाव पर
कंपनी ने आगे कहा कि आइडिया और वोडाफोन इंडिया के बीच मर्जर की प्रक्रिया आखिरी पड़ाव पर है। कंपनी को अनुमान है कि इस कैलेंडर ईयर के पहली छमाही तक मर्जर की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
Jio को 510 करोड़ का मुनाफा
आइडिया को ऐसे समय में नुकसान हुआ है जब इसी अवधि में रिलायंस जियो ने 510 करोड़ रुपए का मुनाफा हासिल किया है। तीसरी तिमाही में जियो का मुनाफा 504 करोड़ रुपए था। वहीं, इस दौरान Jio की आय 6879 करोड़ से बढ़कर 7128 करोड़ रुपए हो गई है।
Jio के अब तक 18.66 करोड़ ग्राहक हो चुके हैं। कंपनी ने बताया है कि इस तिमाही में ग्राहकों ने 506 करोड GB डाटा खर्च किया। इस प्रकार इसमें पिछली तिमाही की तुलना में 17.4 फीसदी ग्रोथ दर्ज की गई।