नई दिल्ली। टाटा कंस्लटंसी सर्विसेज (टीसीएस) जल्द ही 100 अरब डॉलर के मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली पहली कंपनी बनने जा रही है। यह अभी देश की सर्वाधिक मूल्यवान कंपनी है जिसका मार्केट कैपिटलाइजेशन अपने प्रतिस्पर्धी इन्फोसिस से 2.5 गुना ज्यादा है।
वैश्विक स्तर पर सॉफ्टवेयर सर्विसेज मुहैया करानेवाली सबसे बड़ी देसी कंपनी 100 अरब डॉलर के जादूई आंकड़े को छूने से महज 1 अरब डॉलर दूर है। इस दूरी को पाटने के लिए टीसीएस के शेयर की मौजूदा कीमत में महज 50 रुपये के इजाफे की दरकार है। अभी टीसीएस की शेयर प्राइस सर्वोच्च सीमा पर है।
यह कंपनी अगस्त 2004 में 10 अरब डॉलर की मार्केट वैल्यू के साथ लिस्टेड हुई थी। तब जिन लोगों ने टीसीएस के आईपीओ में 1 लाख रुपये लगाए होंगे, उनकी संपत्ति बढ़कर अब 13.7 लाख रुपये हो गई होगी। ब
हरहाल, अभी टीसीएस के नीचे रिलायंस इंडस्ट्रीज (89.4 अरब डॉलर), एचडीएफसी बैंक (77.4 अरब डॉलर), आईटीसी (51.2 अरब डॉलर), एचयूएल (48.2 अरब डॉलर), एचडीएफसी (46.7 अरब डॉलर), मारुति (41.5 अरब डॉलर), ओएनजीसी (35.6 अरब डॉलर) और कोटक महिंद्रा बैंक (33.4 अरब डॉलर) है।
गौरतलब है कि 877 अरब डॉलर के मार्केट कैपिटलाइजेशन के साथ ऐपल दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी है। अभी टीसीएस दुनियाभर की मूल्यवान कंपनियों की लिस्ट में 104वें स्थान पर है। लेकिन, प्रतिस्पर्धी देसी कंपनी इन्फोसिस के मुकाबले उसका बाजार पूंजीकरण 2.5 गुना से ज्यादा है।