नई दिल्ली। सीबीएसई ने 10वीं की गणित की परीक्षा को दोबारा न कराने का फैसला लिया है। पेपर लीक के मामले सामने आने के बाद बोर्ड की ओर से कहा गया था कि हम इस परीक्षा के दोबारा आयोजन पर विचार करेंगे। बोर्ड के एक सूत्र ने इस बारे में जानकारी दी है।
इससे पहले बोर्ड ने दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में री-टेस्ट की बात कही थी, ऐसे में यह खबर यहां के छात्रों को राहत पहुंचाने वाली है। बोर्ड का कहना था कि लीक हुआ पेपर इन इलाकों तक ही सर्कुलेट हुआ था, ऐसे में यहां दोबारा आयोजित कराया जा सकता है।
सूत्र के मुताबिक परीक्षा की कॉपियां देखने के बाद इस संबंध में फैसला लिया गया है। बोर्ड का कहना है कि पेपर लीक के प्रकरण का कॉपियों पर असर नहीं दिख रहा है, ऐसे में इसे दोबारा कराना ठीक नहीं होगा। इस संबंध में जल्दी ही बोर्ड की ओर से आधिकारिक बयान जारी किया जा सकता है। 10वीं की गणित की परीक्षा 28 मार्च को हुई थी।
पूरे मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया था कि बोर्ड ने यह पता लगाने के लिए कॉपियों की जांच कराई है कि लीक के चलते छात्रों के दिए जवाब में कुछ अंतर है या नहीं। इसके अलावा मानव संसाधन मंत्रालय और सीबीएसई का मानना है कि 10वीं के एग्जाम छात्रों के सीनियर सेकंडरी में जाने भर के लिए होते हैं, जबकि 12वीं के बाद यूनिवर्सिटी की पढ़ाई शुरू होती है। ऐसे में 10वीं और 12वीं को लेकर अलग-अलग रुख अपनाने का फैसला लिया जा सकता है।
बोर्ड के सूत्र ने कहा, ‘यदि किसी छात्र का आंतरिक असेसमेंट कमजोर रहता है और वह मेन पेपर में अप्रत्याशित रूप से अच्छा करता है तो हम रिजल्ट का पूरी सावधानी से परीक्षण करेंगे।’ हालांकि 12वीं का इकनॉमिक्स का पेपर 25 अप्रैल को दोबारा आयोजित कराया जाएगा। इकनॉमिक्स के पेपर लीक मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। इनमें से दो आरोपी निजी स्कूलों के टीचर हैं, जबिक एक ट्यूटर है।