नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फाइनेंशियल सिस्टम से खिलवाड़ करने वाले लोगों को सख्त संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि ये सरकार आर्थिक विषयों से संबंधित अनियमितताओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर रही है, करेगी और करती रहेगी। पीएम ने आगे कहा कि जनता के पैसे का अनियमित अर्जन, इस सिस्टम को स्वीकार नहीं होगा। प्रधानमंत्री ने ये बातें एक कार्यक्रम में कही हैं।
फाइनेंशियल संस्थाओं से अपील
पीएम ने फाइनेंशियल संस्थाओं को भी अपने दायित्व को पूरी ईमानदारी से निभाने की अपील की है। पीएम ने कहा कि खासतौर से जिन्हें निगरानी और मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है, वे अपने काम में किसी तरह की लापरवाही न करें।
इंडियन इकोनॉमी की चर्चा पूरी दुनिया मेंभारत की पूरी दुनिया लोहा मान रही है और कल तक जो हमारी अर्थव्यवस्था पर उंगली उठाते थे आज वही कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत के 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी की चर्चा कर रही है।
भारत ने दुनिया को मजबूती दी
पीएम ने कहा कि पिछले तीन-चार वर्षों में भारत ने अपने साथ ही पूरी दुनिया की इकोनॉमी ग्रोथ को मजबूती दी है। IMF के आंकड़ों के अनुसार, साल 2013 के अंत में भारत का वर्ल्ड जीडीपी में नॉर्मल टर्म में सहयोग 2.4 फीसदी था। हमारी सरकार के लगभग 4 सालों में ये बढ़कर 3.1 फीसदी हो गया है।
हर जगह बेहतर परफॉर्म कर रहे
पीएम ने कहा कि आज आप कोई भी माइक्रो इकोनॉमी पैरामीटर देख लीजिए, चाहे वो मुद्रास्फीति हो, करंट अकाउंट डिफिसिट हो, फिसिकल डिफिसिट हो, GDP ग्रोथ हो, इंटरेस्ट रेट हो, FDI इंफ्लो हो, भारत सभी में बेहतर परफॉर्म कर रहा है। मुद्रास्फीति दर नियंत्रित रहने और हाई प्रोडक्टिविटी ग्रोथ की वजह से रुपए का आउटलुक भी बेहतर बना हुआ है। ब्याज दर में एक फीसदी से ज्यादा की कमी का लाभ ग्राहकों, हाउसिंग सेक्टर और अन्य उद्योगों को हो रहा है।
देश ने एक नई चीज सीखी
3 वर्ष में देश के इकोनॉमिक वर्ल्ड ने एक नई चीज सीखी है, और वो प्रतिस्पर्धा है। जब आगे बढ़ने की होड़ नहीं होगी, जब मजबूत कॉम्पिटिशन नहीं होगा, तो फिर न स्पीड आ पाएगी औऱ न ही दूर की सोच पाएंगे। आज भारत की इस खास स्किल को पूरी दुनिया मान्यता दे रही है।