नई दिल्ली। डिजिटल भारत की सरकार की योजना के बाद से लोग स्मार्टफोन पर पहले से ज्यादा निर्भर हो गए हैं। लेकिन इसी निर्भरता को कम करने के लक्ष्य से सरकार एक नई टेक्नोलॉजी लेकर आने वाली है। इस तकनीक के तहत लोगों को पेमेंट करने के लिए डेबिट-क्रेडिट कार्ड, इंटरनेट या स्मार्टफोन पर निर्भर रहने की जरुरत नहीं पड़ेगी।
सरकार कॉल टू पे टेक्नोलॉजी लेन योजना बना रही है। इसके तहत उपभोक्ता साधारण फोन से भी ऑनलाइन पेमेंट कर पाएंगे। इसके लिए इंटरनेट पर निर्भरता या इंटरनेट की जरुरत नहीं होगी। फिलहाल इसे लाने की तैयारी की जा रही है।
इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया की 6 महीने बाद इसका ट्रायल देश के कुछ जिलों में शुरू कर दिया जाएगा। ट्रायल सफल होने पर अगले साल से देशभर में यह सुविधा मिलने लगेगी।
शोध के अंतिम चरण में टेक्नोलॉजी: भारतीय राष्ट्रीय भुगतान नियम (एनपीसीआई) के तहत इस योजना और तकनीक पर अभी काम चल रहा है। हालांकि, इस तकनीक पर चल रहा शोध अंतिम चरण में है।
इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्यौगिकी मंत्रालय के संयुक्त सचिव गोपालकृष्णन के अनुसार- भुगतान या पेमेंट करने के लिए ग्राहकों को आने वाले समय में स्मार्टफोन, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, QR कोड, इंटरनेट या किसी एप पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा।
यह तकनीक कैसे काम करेगी और इसे कैसे इस्तेमाल किया जा सकेगा, इसका अभी पता नहीं चला है। तकनीक के पेश किए जाने पर इस पर विस्तार से जानकारी उपलब्ध हो सकेगी।
मंत्रालय ने अभी यह भी नहीं बताया है की किस प्रदेश और बैंक के साथ मिलकर इसका ट्रायल किया जाएगा। फिलहाल इसकी सुरक्षा प्रणाली को लेकर भी जांच चल रही है।