मुंबई/ कोटा। Dinesh Nandwana is no more: टेक्नोलॉजी कंपनी वक्रांगी के फाउंडर और चेयरमैन एमेरिटस दिनेश नंदवाना अब इस दुनिया में नहीं हैं। बीते शुक्रवार को दोपहर बाद उनका निधन हो गया। जिस समय उनका निधन हुआ, उस समय उनके आवास पर ईडी की रेड पड़ी थी। रेड पड़ते ही उन्हें सीवियर हर्ट अटैक आया। और वह इस दुनिया से चले गए। वह 62 साल के थे। उन्होंने ही वक्रांगी टेक्नोलॉजी फर्म की स्थापना की थी। वह मूल रूप से राजस्थान के कोटा के पास कैथून के रहने वाले थे।
कैसे हुई मौत
दिनेश नंदवाना की मौत उस समय हो गई, जब ईडी उनके अंधेरी (पूर्व) स्थित आवास पर तलाशी ले रही थी। पुलिस ने कहा है कि मौत का कारण पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा। सूत्रों ने बताया कि तलाशी के दौरान उन्हें सीवियर हर्ट अटैक आया था। इसी की वजह से उनकी मौत हो गई।
पुलिस ने दर्ज की एक्सिडेंटल डेथ की रिपोर्ट
टीओआई की एक रिपोर्ट के अनुसार एमआईडीसी पुलिस ने इस बारे में एक्सिडेंटल डेथ की रिपोर्ट दर्ज की है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि परिवार ने दुर्व्यवहार की कोई शिकायत नहीं की है।
ED की पड़ी थी रेड
ईडी की जालंधर यूनिट ने लोकल डिविजन के सपोर्ट से उनके आवास सहित कई स्थानों पर छापेमारी कर रही थी। तभी उन्हें स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएं होने लगीं। छापेमारी के दौरान सामान्य तौर पर ईडी संबंधित व्यक्तियों के स्टेटमेंट रिकार्ड करती है और इस दौरान किसी व्यक्ति के मूवमेंट या कम्यूनिकेशन को रिस्ट्रिक्ट कर दिया जाता है। ऐसे में यदि किसी को हर्ट अटैक आ गया तो कुछ भी हो सकता है।
क्या है वक्रांगी
वक्रांगी लिमिटेड भारत की एक टेक्नोलॉजी फर्म है जो बैंकिंग, बीमा, ई-गवर्नेंस, ई-कॉमर्स और लॉजिस्टिक्स सेवाएं प्रदान करती है। यह कंपनी मतदाता पहचान पत्र और आधार कार्ड के लिए सॉफ्टवेयर और उपकरण के मुख्य सप्लायर्स में से एक है। फोर्ब्स के अनुसार, कंपनी भारत में सभी प्रमुख सरकारी परियोजनाओं के लिए सबसे बड़ी एकल सिस्टम इंटीग्रेटर है।
1990 में बनी कंपनी
वक्रांगी लिमिटेड की स्थापना मुंबई के मरोल नाका में 1990 में चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) दिनेश नंदवाना ने की थी। हालांकि, कंपनी ने अपना ऑपरेशन एक टेक कंसलटेंसी फर्म के रूप में शुरू किया था, लेकिन इसने धीरे-धीरे अपने ऑपरेशन का विस्तार किया। कंपनी ने सबसे पहले 1993 में मतदाता पहचान पत्र बनाना शुरू किया। बाद में 2010 में आधार यूआईडी कार्ड बनाने के लिए एक फ्रेंचाइजी के रूप में काम शुरू किया।
दिनेश नंदवाना का नेटवर्थ
जुलाई 2017 में, फोर्ब्स इंडिया ने कंपनी को अपनी “सुपर 50” कंपनियों की 2017 की सूची में शामिल किया था। तब इसका बाजार पूंजीकरण ₹240 बिलियन (यूएस $ 2.8 बिलियन) यानी भारतीय मुद्रा में 86 अरब 53 करोड़ 60 लाख रुपये से अधिक था। उस समय दिनेश नंदवाना देश के 88वें सबसे अमीर व्यक्ति घोषित किए गए थे। उस समय उनका नेटवर्थ US$1.72 billion था।