नई दिल्ली। Adani Group Stocks: अदाणी ग्रुप के लिए गुरुवार सुबह आई बड़ी गुड न्यूज से समूह के शेयरों में जोरदार उछाल देखने को मिला। अदाणी पावर का शेयर सबसे ज्यादा 10% तक चढ़ गया। अक्सर अपनी रिपोर्ट से शेयरों में शार्ट सेलिंग करवाने वाली कंपनी के बंद होने की खबर से अदाणी ग्रुप के शेयर चढ़ गए।
अदाणी ग्रुप (Adani Group) के शेयरों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। इससे पहले मंगलवार (14 जनवरी) को अदाणी ग्रुप के शेयरों में 1.7 फीसदी से लेकर 20 फीसदी तक का इजाफा हुआ था।
बता दें कि अदाणी ग्रुप (Adani Group) की नाक में दम करने वाली अमेरिका की शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) के फाउंडर नाथन एंडरसन ने कंपनी को बंद करने का ऐलान किया है।
इस खबर के बाद बीएसई अदाणी पावर का शेयर 9.2%, अदाणी ग्रीन एनर्जी का शेयर 8.8%, अदाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 7.7 प्रतिशत, अदाणी टोटल गैस का शेयर 7.1 प्रतिशत, अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस का शेयर 6.6 फीसदी और अदाणी पोर्ट्स का शेयर 5.4 फीसदी तक उछल गया।
इसके अलावा बीएसई पर इंट्राडे ट्रेड में अंबुजा सीमेंट्स का शेयर 4.5 प्रतिशत, एसीसी का 4.1 प्रतिशत, और एनडीटीवी का शेयर 7 प्रतिशत चढ़कर 157.9 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गया। इसकी तुलना में बीएसई सेंसेक्स भी चढ़कर कारोबार कर रहा था। दोपहर 12:15 बजे बीएसई सेंसेक्स 0.34 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था।
हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपने चौंकाने वाले खुलासों से दुनियाभर में मशहूर है। हालांक, भारत में यह कंपनी अदाणी ग्रुप को लेकर कथित तौर पर कई बड़े दावों के बाद चर्चा में आई थी।
शॉर्ट-सेलिंग फर्म के कथित तौर पर सनसनीखेज खुलासों से भारतीय अरबपति गौतम अदाणी को अरबों डॉलर का नुकसान हुआ था। साथ ही वह एक महीने के भीतर दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति से खिसककर 30वें स्थान पर पहुंच गए थे। हालांकि, अदाणी और उनकी कंपनियों ने हिंडनबर्ग रिसर्च के सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था।
अदाणी ग्रुप (Adani Group) को हिला देने वाली अमेरिका की शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) अब बंद होने जा रही है। कंपनी के फाउंडर नाथन एंडरसन ने बुधवार को इसका ऐलान किया। उन्होंने बताया कि फर्म को बंद करने का फैसला उनका है।
नाथन एंडरसन ने एक भावुक पोस्ट के जरिए अपनी जर्नी, संघर्ष और सफलता की स्टोरी शेयर की। उन्होंने लिखा कि हिंडनबर्ग ने हमेशा सच सामने लाने की कोशिश की और इस सफर में कई मुश्किलों का सामना भी किया। हालांकि, अब समय आ गया है कि कंपनी को अलविदा कहा जाए। बता दें कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने कई बड़े मामलों का खुलासा किया था और दुनियाभर में अपनी अलग पहचान बनाई थी।