TB Mukt Abhiyan: जिले में टीबी मुक्ति के लिए 100 दिवसीय अभियान का शुभारंभ

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जागरूकता रथ व निक्षय वाहन रवाना किया, टीबी रोगियों को पोषण किट वितरित किए

कोटा। TB eradication campaign: टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए 100 दिवसीय अभियान की शुरुआत शनिवार को हुई। अभियान 17 मार्च 2025 तक चलेगा। इसे लेकर चिकित्सा विभाग की ओर से एमबीएस परिसर में स्थित रेडक्रॉस सोसायटी भवन में रेडक्रॉस सोसायटी राज्य अध्यक्ष राजेश कृष्ण बिरला की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित हुआ।

मुख्य अतिथि एडीएम सिटी अनिल कुमार सिंघल जी थे। सीएचएचओ डॉ. जगदीश कुमार सोनी, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एस एन मीणा, रेडक्रॉस सोसायटी निदेशक महेन्द्र शर्मा, सचिव ,जगदीश जिंदल, डब्ल्यूएचओ कंसल्टेंट डॉ. मानवेन्द्र सिंह, डॉ चेतन शर्मा सहित टीबी क्लीनिक स्टाफ व अन्य लोग मौजूद थे।

कार्यक्रम में राजेश बिरला ने कहा कि टीबी रोग होने का प्रमुख कारण श्रमिक वर्ग में अच्छे पोषण का नही हो पाना भी है। उन्होने टीबी उन्मूलन के लिए जागरूकता बढ़ाने पर भी जोर दिया। एडीएम सिटी अनिल सिंघल ने कहा कि टीबी रोग से बचाव के लिए वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाना भी जरूरी है।

सीएमएचओ डॉ. जगदीश सोनी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2025 तक देश में टीबी उन्मूलन का लक्ष्य रखा है। इस दिशा में हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होने निक्षय मित्र बनकर टीबी रोगियों को पोषण सहायता उपल्बध कराने की अपील की।

डीटीओ डॉ. एस एन मीणा ने बताया कि जिले में 7 दिसम्बर 2024 से 17 मार्च 2025 तक अभियान चलेगा। अभियान में बेहतर काम करने वाले कार्मिकों व जिलों को 24 मार्च विश्व क्षय रोग दिवस पर राज्य एवं जिला स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा।

डॉ. मीणा ने बताया कि अभियान में टीबी उन्मूलन के लिए जागरूकता गतिविधियां व हाई रिस्क श्रेणी के लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी। विशेष रूप से हाई रिस्क श्रेणी में पुराने टीबी रोगी व इनके संपर्क में रहने वाले घर के सदस्य, कुपोषण ग्रसित व्यक्ति, मधुमेह रोगी, स्मोकर, एल्कोहल यूजर, एचआईवी ग्रसित व्यक्ति, 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति, कैदी, कच्ची बस्ति, खनन एवं इन्डस्टीज से जुड़े श्रमिक शामिल हैं।

स्क्रीनिंग के बाद इन लोगों की एक्सरे व बलगम की जांच भी की जाएगी। इनमें से टीबी ग्रसित पाए जाने व्यक्तियों का इलाज सुनिश्चत किया जाएगा। डॉ मीणा ने बताया कि निक्षय पोषण योजना के तहत टीबी रोगियों को मिलने वाली सहायता राशि अब 500 से बढ़ाकर 1000 रूपये प्रति माह उपचार अवधि तक कर दी गई है। जो डीबीटी के माध्यम से सीधे ऑनलाईन खाते में ट्रांसफर होती है।

कार्यक्रम में एडीएम सिटी अनिल सिंघल ने टीबी मुक्ति में सहायोग व जागरूकता के लिए शपथ दिलाई। इस मौके पर रेडक्रॉस सोसायटी की ओर से निक्षय संबल योजना के तहत 10 टीबी रोगियों को पोषण किट भी वितरित किए गए। वहीं, जागरूकता रथ व निक्षय वाहन को भी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। डॉ मीणा ने बताया कि यह 100 दिवसीय अभियान प्रदेश के कोटा जिले सहित 5 जिलों में चलाया जा रहा है।