नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार को भी हंगामेदार रही। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी। प्रश्नकाल के दौरान सांसद लगातार आसन के करीब पहुंच कर नारेबाजी करते रहे।
वहीं, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला लगातार सदस्यों से सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने का आग्रह करते रहे। इस दौरान सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से नहीं चलने से उनका दर्ज नजर आया। वहीं, विपक्षी दलों के सदस्यों ने उनकी एक ना सुनी और हंगामा जारी रखा। इसके बाद सदन की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
माननीय, सदस्य देश की जनता चाहती है ये सदन चले और कई माननीय विद्वानों ने भी लिखा है कि सदन चलना चाहिए। लोकसभा स्पीकर ने कहा कि चर्चा, संवाद होना चाहिए। सहमति और असहमति हमारे लोकतंत्र की ताकत है। उन्होंने लोकसभा सदस्यों से आग्रह किया कि जनता की भावनाओं, उनकी आशाओं और आकांक्षाओं के अनुसार आप सदन चलने में सहयोग करें।अर्थव्यवस्था को गति देने के साथ ही नौकरियों को बढ़ेंगे मौके, संसद के विंटर सेशन में इन महत्वपूर्ण बिल पर होगी नजर
लोकसभा स्पीकर ने कहा कि आज महिलाओं से जुड़े महत्वपूर्ण विषय पर प्रश्नकाल में चर्चा हो रही है। बिरला ने कहा कि प्रश्नकाल आपका समय है। देश की जनता लगातार माननीय सांसदों के बारे में जनता अपनी राय व्यक्त कर रही है। इसलिए मैं आपसे आग्रह करता हूं कि सदन को चलने दें। उन्होंने सदस्यों से कहा कि सदन आपका है, सदन सबका है। देश भी चाहता है कि संसद चले। सरपंचों के ऊपर बॉस होते हैं बाबू, खासकर महिलाओं के मामले में… SC ने नौकरशाही को सुनाई खरी-खरी
‘हर विषय पर चर्चा करने का समय दूंगा’
लोकसभा स्पीकर ने हंगामा कर रहे सांसदों से कहा कि मैं आपको हर विषय, हर मुद्दे पर नियम, प्रक्रियाओं के तहत चर्चा करने का पर्याप्त अवसर दूंगा। इसके बाद ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।