Kota Dussehra: अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आज, नामी कवि करेंगे काव्यपाठ

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हरिओम पंवार, सुरेंद्र शर्मा, अरुण जैमिनी, अनामिका अंबर बहाएंगे काव्य रस की सरिता

कोटा। Kota Dussehra: 131वें राष्ट्रीय दशहरा मेला- 2024 के दौरान शुक्रवार को रात्रि 8:30 बजे विजयश्री रंगमंच पर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। जिसमें देश के जाने-माने कवि काव्य पाठ करेंगे। इससे पहले शाम 7 बजे हत्थामाला प्रतियोगिता आयोजित होगी।

मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने बताया कि अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में डॉ. हरिओम पंवार, सुरेंद्र शर्मा, शशिकांत यादव, अरुण जैमिनी, अनामिका अंबर, सुदीप भोला और जगदीश सोलंकी काव्य पाठ करेंगे। ओज और वीर रस के वरिष्ठ कवि हरिओम पंवार को निराला पुरस्कार, भारतीय साहित्य पुरस्कार, संगम पुरस्कार, रश्मि पुरस्कार, जन जागरण सर्वश्रेष्ठ कवि पुरस्कार मिल चुका है।

वहीं आवाज ए हिंदुस्तान के खिताब से नवाजा जा चुका है। हरिओम पंवार को युवाओं से लेकर सीनियर सिटीजन तक सुनना पसंद करते हैं। उनके काव्य संग्रह “अग्निपथ के शिलालेख” से अर्जित धनराशि को निर्धन बच्चों की शिक्षा तथा वंचित वर्ग के कल्याण के लिए खर्च किया जाता है।

हास्य कवि और व्यंग्यकार सुरेंद्र शर्मा को लेखन के क्षेत्र में 2013 में पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। पत्नी से तीखी नोकझोंक को लेकर लिखी गई “चार लाइना” से वे जन-जन के दिलों पर राज करते हैं। उन्हें काका हाथरसी सम्मान, मनहर ठहाका पुरस्कार दिया गया है। वे मानसरोवर के कौवे, बुद्धिमानों की मूर्खताएं, बड़ों बड़ों के उत्पात, मुझसे भला न कोई सरीखी पुस्तकें लिख चुके हैं।

ओज के लोकप्रिय कवि शशिकांत यादव देश के सर्वश्रेष्ठ कुशल मंच संचालकों में से एक हैं। अरुण यादव की राष्ट्र प्रथम की भावना से लिखी राष्ट्रवादी कविताएं खूब पसंद की जाती हैं। उनकी वीर रस पर लिखी कविताएं युवाओं के होठों पर हैं।

हास्य कवि अरुण जैमिनी के द्वारा लिखित उनकी बहुचर्चित रचना टीवी और बीवी ने उनको नई ऊंचाइयां दी है। उन्हें काका हाथरसी सम्मान, टेपा सम्मान, युवाश्री सम्मान, ठहाका सम्मान, अट्टहास सम्मान दिया जा चुका है। वे हास्य के द्वारा श्रोता को दर्शन, राष्ट्रभक्ति और संवेदना के चरम तक ले जाने में महारत रखते हैं।

गीत, गजल और श्रृंगार रस की देश की ख्यातनाम कवयित्री अनामिका अंबर को साहित्य अकादमी पुरस्कार मिल चुका है। वहीं राजभाषा परिषद पुरस्कार, साहित्य सम्मान, भारत भूषण अग्रवाल केदार सम्मान से भी सम्मानित हो चुकी हैं। उन्हें 2021 में “टोकरी में दिगन्त” नामक काव्य संग्रह के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया गया। वे कहानीकार और उपन्यासकार भी हैं।

हास्य और वीर रस के युवा कवि सुदीप भोला ने बहुत कम समय में लोगों के दिलों में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। सुदीप भोला अपने ओजस्वी काव्य पाठ से नई ऊर्जा का संचार करते हैं। उनकी शहीद हेमराज को समर्पित लोकप्रिय रचना “जिन्होंने हंसकर दे दी जान..” लोगों को भावुक कर देती है। किसानों पर लिखी उनकी कविता “जिनके दम से हरियाली..” काफी वायरल हुई है। वहीं हास्य रचना “मेरी साली भोली भाली” भी खूब पसंद की जा रही है।

देश के वरिष्ठ और ख्यातनाम कवि जगदीश सोलंकी ओज से ओतप्रोत राष्ट्रवादी काव्यपाठ के लिए जाने जाते हैं। महज 10 वर्ष की आयु से प्रसिद्ध कवि सम्मेलनों में छाप छोड़ने वाले सोलंकी को पूर्व राष्ट्रपति शंकरदयाल शर्मा और पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव भी सम्मानित कर चुके हैं। 35 वर्षों से कविता पाठ करने वाले सोलंकी की मुख्य रचनाओं में सरहद का सिपाही, तिरंगा, साजिशों ने संवारा, तब ये आजादी पाई है, सीमाओं पर सैनिक शहादत को तैयार, बदनाम बस्ती, वो गीतों में न समाए शामिल हैं।

रंगोली, मांडना एवं मेहंदी प्रतियोगिता कल
मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने बताया कि शनिवार को महिलाओं की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। इस दौरान दोपहर 12 बजे रंगोली, मांडना एवं मेहंदी प्रतियोगिता नगर निगम कार्यालय परिसर में आयोजित होगी वहीं शाम 7 बजे बेस्ट ब्राइडल मेकअप प्रतियोगिता विजयश्री रंगमंच पर आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि शनिवार को ही रात्रि 8:30 बजे भजन संध्या का कार्यक्रम होगा। जिसमें लखबीर सिंह लक्खा भजनों की प्रस्तुतियां देंगे।