लोकसभा स्पीकर का भी होगा चुनाव, अभी तक सांसद ओम बिरला थे स्पीकर
नई दिल्ली। नई सरकार के गठन के बाद संसद का नया सत्र 24 जून को शुरू होने जा रहा है और यह 3 जुलाई को समाप्त हो जाएगा। यानी संसद का पहला सत्र 10 दिनों का होगा। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने बुधवार को बताया कि 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होगा और इसमें नवनिर्वाचित संसद सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि नए संसद सत्र के पहले तीन दिन में निर्वाचित किए गए नए सदस्य शपथ लेंगे और इसी दौरान संसद के अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा। अभी तक भाजपा के सांसद ओम बिरला लोकसभा के अध्यक्ष यानी स्पीकर थे। 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने राजस्थान की कोटा लोकसभा सीट से चुनाव जीता है।
इस बार ऐसा माना जा रहा है कि स्पीकर की पोस्ट किसी गैर भाजपाई सांसद के हिस्से में जा सकती है। गौरतलब है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को अकेले दम पर बहुमत नहीं मिला। पीएम मोदी नेहरू का रिकॉर्ड तोड़ते हुए तीसरी बार लगातार प्रधानमंत्री तो बने मगर गठबंधन सरकार के साथ।
इस बार 293 सीटों के साथ भाजपा की अगुवाई वाले NDA गठबंधन की सरकार बनी है। भाजपा को 240 सीटों पर जीत मिली और यह 272 का जादुई आंकड़ा पार नहीं कर सकी। NDA के घटक दलों में TDP (16 सीट) और JDU (12 सीट) भी शामिल हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि TDP अपनी पार्टी के सांसद को स्पीकर बनाना चाहती है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 27 जून को लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। इस दौरान वह नई सरकार के लिए पांच साल के कामकाज की रूपरेखा पेश करेंगी।
नए संसद सत्र में क्या-क्या होगा ?
केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून 2024 से 3 जुलाई 2024 तक नवनिर्वाचित सदस्यों के शपथ, अध्यक्ष के चुनाव, राष्ट्रपति के अभिभाषण और उस पर चर्चा के लिए बुलाया जा रहा है।’
उन्होंने कहा कि राज्यसभा का 264वां सत्र 27 जून को शुरू होगा और 3 जुलाई को समाप्त होगा। पीएम मोदी 27 जून को राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद संसद में अपनी मंत्रिपरिषद के सदस्यों का परिचय देंगे।
चूंकि, इस बार की मोदी सरकार गठबंधन की सरकार है और INDIA गठबंधन की अगुवाई वाला विपक्ष भी काफी मजबूत है तो ऐसे में माना जा रहा है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष आक्रामक रवैया अपनाएगा और मोदी सरकार को कई मुद्दों पर घेरने की कोशिश करेगा। प्रधानमंत्री मोदी संसद के दोनों सदनों में, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देंगे।