नई दिल्ली। बुलियन मार्केट की बेहतरी और इसकी तस्करी पर लगाम लगाने के लिए इस वर्ष बजट में सोने पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी में कुछ राहत मिल सकती है।
इस समय देश में सोने के आयात पर 10 फीसदी का आयात शुल्क लग रहा है। इस वजह से जहां अन्य देशों के मुकाबले यहां सोना खरीदना महंगा पड़ता है, वहीं तस्करों के लिए एक बार फिर से यह अवैध तरीके से यहां सोना लाना फायदे का सौदा हो गया है।
केन्द्रीय वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक पिछले कुछ वर्षों की तरह इस साल भी स्वर्ण आभूषण उद्योग का प्रतिनिधित्व करने वाले कई संगठनों ने सोना पर आयात शुल्क में कटौती की मांग की है।
इस मांग का राजकोष पर और अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा, इस बारे में अप्रत्यक्ष कर विभाग ने विस्तृत प्रजेंटेशन तैयार कर राजस्व सचिव के सेल में भिजवा दिया गया है।
अब फैसला वहीं से होगा कि इसे यथास्थिति छोड़ दिया जाए या कटौती किया जाए। हालांकि मंत्रालय के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने संकेत किया कि इस बार शुल्क में कुछ कटौती हो सकती है।
कितनी होगी कटौती, इस पर सब खामोश
सोना पर आयात शुल्क में कितनी कटौती होगी, इस पर सभी खामोश हैं। एक अधिकारी ने बताया कि वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने पिछले वर्ष सोने पर आयात शुल्क दो फीसदी के स्तर पर रखने की बात कही थी।
अब कहा जा रहा है कि इस पर आयात शुल्क में इतनी कटौती ठीक नहीं है, यह यदि छह फीसदी पर भी रहे तो स्वर्ण आभूषण उद्योग को काफी राहत मिलेगी।
हालांकि रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्घन परिषद का कहना है कि सोना पर आयात शुल्क में कम से कम पांच फीसदी की कटौती हो।