131,000 की लाडो पहुंची कोटा, ढोल नगाड़े और आतिशबाजी से स्वागत

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कोटा। Gir Cross Gay:आयुर्वेद में देसी नस्ल की गायों के दूध में सैकड़ों बीमारियों के इलाज छिपे होने की बात कही गई है। देसी नस्ल की गायों की भी कई प्रजातियां होती हैं। इनमें से कुछ बेहद दुर्लभ होती जा रही हैं। ये गिर नस्ल की गायें कहलाती हैं। इनकी संख्या कम है और ये अपेक्षाकृत दूध भी क्रॉस ब्रीड गायों की तुलना में कम देती हैं।

लेकिन, इन गायों के दूध को सेहत का खजाना कहा जाता है। इनका दूध काफी महंगा है। इनकी संख्या कम होने के कारण इन गायों की कीमत काफी अधिक होती है। यह बात कोटा के पशु प्रेमी तनवीर आलम ने बताई।

एक दिन में 35 से 40 लीटर तक दूध
किशोरपुरा निवासी पशु प्रेमी तनवीर ने बताया कि उन्होंने 1,31,000 रुपये की गाय अजमेर से कोटा लेकर आए है। यह उनका पशु प्रेम है और प्रेम अनमोल होता है। गिर क्रॉस गाय, जब भी क्रॉस शब्द का इस्तेमाल किसी नस्ल के साथ होता है, तो उसमें एक ऐसे पशु की बात होती है जो क्रॉस ब्रीडिंग के जरिए पैदा हुआ है। गिर क्रॉस गाय एक दिन में 35 से 40 लीटर तक दूध दे सकती है। वैज्ञानिकों के अनुसार गिर गाय के दूध में ए 2 प्रोटीन के गुण अधिक होते हैं। ये नस्ल एक ब्यात में 1700 से लेकर 2100 लीटर तक दूध दे सकती है। गिर क्रॉस गाय के दूध में ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो बहुत से रोगों से न केवल बचाकर रखते हैं,बल्कि रोग के इलाज में भी मदद करते हैं।

ढोल नगाड़े और आतिशबाजी से स्वागत
कोटा के किशोरपुरा पहुंचने पर मोहल्ले वालों में 1 लाख 31 हजार रुपये की गाय को देखने का कौतूहल लग गया। मोहल्ले में आतिशबाजी व ढोल नगाड़ों से बछिया का स्वागत किया। लोग गाय के साथ सेल्फी भी लेते दिखे। पशु पालक तनवीर आलम ने बताया कि 11 माह की बछिया है इसका नाम लाडो रखा है। पुरे राजस्थान में इस नस्ल की यह उत्तम बछिया है इस नस्ल की गाय की कीमत लगभग 5 लाख रुपये है।