कोटा। प्रधानमंत्री द्वारा विश्वकर्मा जयंती पर विश्वकर्मा योजना की घोषणा के तहत एमएसएमई विकास कार्यालय भारत सरकार की ओर से शुक्रवार को जिला उद्योग केंद्र के सहयोग से एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक हरिमोहन शर्मा एवं एमएसएमई के डिप्टी डायरेक्टर अजय शर्मा ने बताया कि इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ताओं के रूप में जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी ममता तिवारी, जिला प्रमुख मुकेश मेघवाल, दीएसएसआई एसोसियेशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंद राम मित्तल, भारतीय जनता पार्टी के शहर जिला अध्यक्ष रामबाबू सोनी, कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
इस अवसर पर जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी ममता तिवारी ने बताया कि विश्वकर्मा योजना हाथ से काम करने वाले कामगारं के लिए बहुत ही अच्छी योजना है। इससे स्वरोजगार के साथ उनके रोजगार का विकास भी होगा। सरकार द्वारा इनको संपूर्ण सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है।
दी एसएसएसआई एसोसियेशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंदराम मित्तल ने कहा पीएम विश्वकर्मा योजना असंगठित क्षेत्र के कामगार जो हाथो के औजारों से काम करते हैं उनके लिए बहुत ही बेहतरीन योजना है। इस योजना के तहत बिना जमानत के त्वरित 15000 रुपये का ऋण एवं व्यवसाय के विस्तार के एक लाख रुपये तक का बिना गारन्टी के लिए दिया जाएगा। यह छोटे कामगारों के लिए बहुत बेहतरीन योजना है। इस योजना के तहत 5 करोड से अधिक लोगों को लाभ मिलेगा। साथ इसके लिए जो 15000 करोड़ का प्रावधान रखा गया जो देश के कामगारो के लिए फायदेमंद साबित होगा।
कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना का मुख्य उद्देश्य हाथों और औजारों का उपयोग कर काम करने वाले कामगारों को और सशक्त बनाना है। इस योजना मे 18 ट्रेड शामिल किए गए हैं, जिसमें लकड़ी, लोहा, सोना-चांदी, मिट्टी, पत्थर चमड़े का निर्माण साथ ही कई अन्य सामग्री आधारित उद्योग जो हाथों से बनाए जाते हैं उनको स्वालंबी बनाने के लिए इस योजना को लांच किया गया है। इस अवसर पर योजनाओं के पात्र उम्मीदवारों के लिए प्रमाण पत्र आदि भी बनाए गए। साथ ही कई कामगारों ने अपना पंजीकरण भी करवाया।