किसानों को समय पर मिलेगा भुगतान, हर योजना का मिलेगा लाभ: चैन सिंह राठौड़

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कोटा-बूंदी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड कोटा की आमसभा

कोटा। कोटा-बूंदी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड कोटा की 25वीं आम सभा यूआईटी ऑडिटोरियम में गुरुवार को आयोजित की गई। आमसभा में कोटा-बूंदी जीएसएस के अध्यक्ष व सचिव उपस्थित हुए। उन्होंने अपनी मांगे व सुझाव पटल पर रखे जिसका समाधान अध्यक्ष चैन सिंह राठौड़ ने मंच से किया।

कोटा-बूंदी की 600 से अधिक दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति के अध्यक्ष व सचिव आमसभा में पहुंचे। आम सभा में समय पर दुग्ध, गुणवत्तापूर्ण व अधिक दूध देने वाली 6 समितियों को सम्मानित भी किया गया।

पशुपालक को मिले उचित दाम
मुख्य अतिथि हरि कृष्ण बिरला ने बोर्ड व संचालक मण्डल से आग्रह किया कि वह किसानों और पशुपालकों को हर योजना का अधिकतम लाभ दिलवायें। साथ ही दुग्ध समितियों के अध्यक्षों को नसीहत दी कि वह प्राईवेट पार्टी से दूध लेकर सप्लाई न करें। इससे समितियों को नुकसान होता है और डेयरी को लाभ नहीं मिलता है।

मैं भी डेयरी संचालक
हरिकृष्ण बिरला ने भावुक होते हुए पशुपालकों को कहा कि वह भी डेयरी का संचालन करते हैं। गौमाता की सेवा करना, चारा व्यवस्था करना, सुबह जल्द उठकर दूध निकालना, खाद व गोबर सहित कई व्यवस्थाओं को पूरा करना चुनौतियों से कम नहीं होता है। ऐसे में सरस डेयरी को पशुपालकों के हितों के लिए सजग रहना चाहिए।

घाटे को बदला मुनाफे में
अध्यक्ष चैन सिंह राठौड़ ने अपनी प्रतिवेदन में कहा कि अप्रैल माह में संचालन संभालते वक्त वर्ष 2022-23 मे 32.69 लाख रुपये की हानि थी, अप्रैल 2023 में कार्यभार संभालने के बाद संघ को नवंबर 2023 तक 82.86 लाख रुपये का लाभ हो रहा है। उन्होंने बताया कि पंजीकृत समितियों व समिति की सदस्यता में बढोतरी हुई है। औसत दूध का संग्रह 74,388 किलो प्रतिग्राम से बढकर 75,790 किलो प्रति ग्राम तक बढ़ गया है। सीड ब्रिकी 714.15 मैट्रिक टन से बढ़कर 853.72 मैट्रिक टन हो गई है।

प्रगति के रथ पर डेयरी
25वीं आमसभा में राठौड़ ने पशुपालकों को आश्वासन देते हुए कहा कि डेयरी आप के सहयोग से प्रगति के रथ पर है। आपके बकाया भुगतान को जल्द चुकाए जाएंगे। किसी भी समिति के भुगतान में एक माह से अधिक का समय नहीं लगेगा। उन्होंने बताया कि 2022—23 में दुग्ध उत्पादकों को 754 किलो फैट की औसत दर से भुगतान किया गया, जो डेयरी इतिहास में सर्वाधिक है। वर्ष 2023 नवम्बर तक दुग्ध संकलन पिछले वर्षों की तुलना में 35 प्रतिशत अधिक रहा।

वर्ष 2019-20 में 39, 2020-21 में 17, 2021-22 में 43 व 2022-23 में 36 समितियां बनी थी। नवम्बर 2023 तक कोटा एवं बूंदी में 946 दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियां पंजीकृत हैं जिनमें से 42998 दुग्ध उत्पादक सदस्य हैं। संघ ने कोटा संभाग में गोट पॉक्स वैक्सीन के 4,96,320 टीके पशुपालन विभाग को उपलब्ध करवाए हैं। ग्रामीण आंचलों 6 पशु आहार डिपो भी खोले हैं। उन्होने बताया कि संघ के छाछ, श्रीखण्ड, पनीर, मावा, फ्लेवर्ड मिल्क इत्यादि की ब्रिकी में वृद्धि भी दर्ज की जा रही है।

प्रगति रिपोर्ट व बजट अनुमोदन
प्रबंध संचालक प्रमोद चारण ने अपने स्वागत भाषण में दुग्ध उत्पादकों को डेयरी की विभिन्न योजनाओं ओर प्रगति की रिपोर्ट पढ़कर सुनाई और बजट एवं संशोधित बजट वर्ष 2022-23 तथा बजट प्रावधान 2023-24 को आम सभा के समक्ष रख अनुमोदित करवाया। संघ की लाभ की स्थिति में लाभांश का वितरण भी किया जाएगा।

इन समितियों को किया सम्मानित
समय पर दुग्ध उपलब्ध करवाने,सर्वाधिक व उच्च गुणवत्ता व अनुशासन पूर्ण व्यवहार करने वाली 6 दुग्ध उत्पादक समितियों को मंच पर सम्मानित किया गया। तीन महिला समिति रंगपुरराज, तरकास्या, खटरा का झोपडा तथा सामान्य समिति महावीरपुरा, गोयन्का व मगनपुरा को भी आम सभा में सम्मानित किया गया।

आमसभा में विशिष्ट अतिथि कोटा मार्केटिंग सोसायटी अध्यक्ष निहाल सिंह, प्रबंध संचालक प्रमोद चारण,जयपुर से आए आरसीडीएफ के रविन्द्र योगी, जिला परिषद कोटा की मुख्य कार्यकारी अधिकारी ममता तिवारी व बोर्ड सदस्य मंचासीन रहे।