कोटा। Motion Foundation day: मोशन एजुकेशन के संस्थापक और सीईओ नितिन विजय ने कहा कि मोशन किफायती मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के मिशन पर है। मोशन के 17वें स्थापना दिवस पर गुरुवार को आयोजित समारोह में उन्होंने बताया कि हमने मोशन को ऐसा संस्थान बनाया है जो लोगों की जिंदगी में वेल्यू एड करता है, बच्चों का भविष्य बनता है।
अमीर हो या गरीब, हमारे लिए हर विद्यार्थी खास है। इसलिए हम ऐसे मॉडल पर काम किया जिसमें शिक्षा की गुणवत्ता बढ़े और लागत कम से कम आए। दूसरे शब्दों में कहें तो क्वालिटी एजुकेशन सबको अफोर्डेबल प्राइस पर मिल सके और शिक्षा सबकी पहुंच में रहे।
नितिन विजय ने कहा कि हमने ऐसा सिस्टम तैयार किया है जिसमें विद्यार्थी को क्लास रूम और ऑनलाइन कोचिंग, दोनों के फायदे मिल रहे हैं। विद्यार्थी को अपने कमजोर पक्ष को सुधारने में मदद के लिए मोशन की टीम ने अडेप्टिव कांसेप्चुअल प्रॉब्लम शीट मशीन- सीपीएस, बनाई है। इसमें हम विद्यार्थियों की कमियों को समझने और उनको दूर करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग का इस्तेमाल कर रहे हैं।
इसमें हम हर बच्चे को उसके स्तर के अनुकूल अलग-अलग कस्टमाइज प्रेक्टिस शीट जैसे इजी, मीडियम या टफ देते है। इस प्रकार कमजोर विषय की बार-बार प्रक्टिस होती है और एग्जाम से पहले ही कमजोरी दूर हो जाती है। इससे इससे आईआईटी, नीट की तैयारी आसान हुई है और कमजोरी दूर होने से एवरेज बच्चों के सलेक्शन का अनुपात बढ़ रहा है।
इससे पहले 17वें स्थापना दिवस पर गुरुवार को मोशन के शहर में स्थित एक दर्जन से अधिक कैम्पस में अलग-अलग समारोह हुए। इस दौरान मोशन एजुकेशन के अध्यक्ष सुरेंद्र विजय, डायरेक्टर श्रीमती सुशीला विजय, डॉ. स्वाति विजय, जॉइंट डायरेक्टर अमित वर्मा और राम रतन द्विवेदी भी उपस्थित थे।
नितिन विजय ने समारोह में कहा कि अत्यधिक प्रतिस्पर्धी और लगातार विकसित हो रहे शिक्षा क्षेत्र में मोशन एजुकेशन विद्यार्थियों और अभिभावकों के बीच भरोसे का नाम बन गया है। नीट और जेईई की तैयारी के लिए उत्तर और मध्य भारत में जोरदार काम करने के बाद मोशन एजुकेशन अब दक्षिण में भी अपनी मजबूत ऑफलाइन उपस्थिति दर्ज करने के तैयारी में है।
100 नए केंद्र खोलने का लक्ष्य: इसके तहत मोशन ने अगले वित्तीय वर्ष में 100 नए केंद्र खोलने का लक्ष्य रखा है। फिलहाल 50,000 से अधिक विद्यार्थी मोशन से जुड़े हैं। संस्थान ने 15 राज्यों में 55 केंद्रों के साथ, देश में मजबूत उपस्थिति बनाई है। दक्षिण भारत में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए मोशन पहले चरण में 30 से अधिक नए केंद्र जोड़ेगा। इससे संस्थान को देशभर में मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे 1.5 से 2 लाख छात्र-छात्रों तक पहुंचने की उम्मीद है।