अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है रावण दहन: राजेश कृष्ण बिरला

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एमपीएस में रावण दहन का आयोजन

कोटा। श्रीनाथपुरम स्थित माहेश्वरी पब्लिक स्कूल में बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक दशहरा पर्व पर रावण दहन अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महासभा (पश्चिमांचल) के उपसभापति राजेश कृष्ण बिरला द्वारा किया गया। यह आयोजन छात्रों को भारतीय संस्कृति के महत्व के साथ उच्च आदर्शो की स्थापना के उद्देश्य से किया गया।

इससे पूर्व स्कूल प्रशासक राजेन्द्र कुमार जैन व प्राचार्य अमित कुमार शर्मा ने अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महासभा (पश्चिमांचल) के उपसभापति राजेश कृष्ण बिरला, कोटा माहेश्वरी समाज के मंत्री बिट्ठल दास मूंदड़ा, उपाध्यक्ष नंद किशोर काल्या, सहमंत्री घनश्याम मूंदड़ा, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र कुमार शारदा व उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत सत्कार किया।

इस मौके पर माहेश्वरी समाज के अध्यक्ष राजेश कृष्ण बिरला ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जीवन और रामायण से सत्य, न्याय, अनुशासन, बडों का आदर की सीख मिलती है। उन्होंने बच्चों को राम के जीवन से प्रेरणा लेते हुए उनके आदर्शों पर चलकर हमें अपने परिवार को एकता के सूत्र में बांधना चाहिए। बिरला ने कहा कि रावण दहन का संदेश यही है कि हमें सदैव सत्य, न्याय, और धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए। बुराई को पराजित करने के लिए हमें साहस, वीरता, और सही मार्ग का पालन करना चाहिए।

वहीं समाज के मंत्री बिट्ठल दास जी मूंदड़ा ने कहा कि हमें पढ़ाई के साथ-साथ धार्मिक त्योहारों और नैतिकता को नही भूलना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में श्री बिरला एवं मंत्री महोदय ने बाल-भवन की अध्यापिकाओं द्वारा रावण परिवार के पुतले बनाने के लिए उनकी प्रशंसा की एवं नन्हे-मुन्ने बच्चों के लिए आयोजित इस कार्यक्रम की भूरी-भूरी प्रशंसा की।

10 फीट का रावण का दहन
विद्यालय के प्राचार्य अमित कुमार शर्मा ने बताया कि बच्चों ने स्कूल प्रांगण मे 10 फीट का रावण बनाया। जब समाज अध्यक्ष राजेश कृष्ण बिरला ने रावण वध किया तो बच्चों ने हर्षोल्लास के साथ करतल ध्वनि से रावण वध पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि रावण दहन कार्यक्रम में बालभवन के नन्हे मुन्नें बच्चों ने प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान की वेशभूषा धारण की और रावण दहन किया। अंत में कक्षा 3 की छात्रा स्तुति मेहरा, छात्र रिधान जैन व ऋदम गोयल ने नृत्य व कविता की सुंदर प्रस्तुतियां दी।