नई दिल्ली। British media reaction: ब्रिटिश मीडिया ने जी20 सम्मेलन (G20 Summit) में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है। द गार्डियन ने एक आर्टिकल लिखा है, जिसकी हेडिंग की शुरुआत है, ‘ऋषि कौन?…’। आर्टिकल के मुताबिक खुद को भारत का दामाद कहने वाले ऋषि सुनक को वहां पर भाव नहीं मिला।
अखबार ने लिखा है आखिर ऋषि सुनक अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी से मिले। हालांकि सब कुछ वैसा नहीं रहा, जिसकी ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने उम्मीद की रही होगी। आगे ऋषि सुनक के कार्यक्रमों में बदलाव और दिल्ली में लॉकडाउन के चलते होने वाली मुश्किलों के बारे में भी लिखा गया है। बता दें कि जी20 सम्मेलन में ब्रिटिश पीएम ने भारतीय प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात को काफी बढ़िया बताया था।
ब्रिटिश अखबार द गार्डियन के मुताबिक ऋषि सुनक को भारत में उतनी तवज्जो नहीं मिली जिसकी उन्होंने उम्मीद की थी। इसने लिखा है कि 10 डाउनिंग स्ट्रीट ने काफी भव्यता की उम्मीद की थी। लेख में कहा गया है कि भारत और ब्रिटेन क्रमश: दुनिया की पांचवीं और छठवीं अर्थव्यवस्था हैं।
दोनों देशों के शीर्ष नेताओं की मुलाकात भारतीय प्रधानमंत्री के नई दिल्ली आवास पर एक दिन पहले होनी तय थी। लेकिन ऋषि सुनक को वरीयता क्रम में नीचे खिसका दिया गया और मोदी के घर पर होने वाली शानदार बैठक को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के लिए आरक्षित कर दिया गया।
आखिर में सुनक की भारतीय पीएम से मुलाकात जी20 सम्मेलन स्थल पर बने कांफ्रेंस रूम में हुई। अखबार में आगे लिखा है कि इसके बावजूद सुनक ने भारतीय प्रधानमंत्री के साथ अपनी बैठक को बेहद शानदार और प्रोडक्टिव बताया। साथ ही उन्होंने व्यापारिक समझौते पर मुहर लगने की भी उम्मीद जताई है।
पाबंदियों पर भी ऐतराज
ब्रिटिश मीडिया के मुताबिक सिर्फ भारतीय प्रधानमंत्री ने ही सुनक के साथ मीटिंग कैंसिल नहीं की। बल्कि, बिजनेस एग्जीक्यूटिव्स के एक डेलीगेशन ने भी तय कार्यक्रम को टाल दिया। अखबार ने इसकी वजह सम्मेलन के दौरान जगह-जगह लगाई गई पाबंदियों को बताया है, जिसके चलते वह लोग मीटिंग स्थल तक पहुंच नहीं सके। इतना ही नहीं, यह भी कहा गया है कि प्रधानमंत्री सुनक और उनकी पत्नी अक्षता अपने एक पसंदीदा रेस्टोरेंट में खाना खाने भी नहीं पहुंच सके, क्योंकि पीएम मोदी के आदेश पर शहर को बंद कर दिया गया था। इसके बाद उन लोगों ने एक दूसरे होटल में खाना खाया। अखबार ने लिखा है दिल्ली में लॉकडाउन के कारण, दंपति की मुलाकात के लिए बहुत कम स्थानीय लोग बचे।