नई दिल्ली। सांसदी बहाल होने के बाद पहली बार लोकसभा में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर तीखा हमला बोला। सराकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बहस में हिस्सा लेते हुए राहुल ने कहा कि रावण भी दो लोगों की सुनता था कुंभकर्ण और मेघनाद की, मोदी भी दो लोगों की सुनते हैं अमित शाह और अडानी की।
उन्होंने कहा कि लंका को हनुमान ने नहीं जलाया बल्कि रावण के अहंकार ने जलाया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी ने मणिपुर में देश की हत्या की है और आप लोग देशद्रोही हो। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए राहुल ने कहा कि इन लोगों ने मेरी भारत मां की हत्या की है।
आप पूरे देश में केरोसीन भेज रहे हो, मणिपुर में केरोसीन भेजी, चिंगारी से आग लगा दी और अब हरियाणा में कर रहे हो… पूरे देश में आग लगाना चाहते हो। राहुल की इस बात पर बीजेपी सांसदों ने उनसे माफी मांगने को कहा। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल को टोका।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने सदन में जो बातें कही हैं, बहुत ही गंभीर बात की है। मैं उनसे एक सवाल पूछना चाहता हूं कि 7 दशक से ज्यादा शासन कांग्रेस पार्टी का रहा है और राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए।
इस पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ”भारत माता के बारे में कोई भी ऐसा शब्द नहीं बोला जाना चाहिए जो उचित नहीं हो।” इसके जवाब में राहुल ने कहा, ”भारत माता मेरी भी माता हैं। मेरी एक माता (सोनिया गांधी) यहां बैठी हुई हैं और दूसरी भारत माता हैं।”
इस दौरान कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी सदन में उपस्थित थीं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ”कुछ दिनों पहले मैं मणिपुर गया। हमारे प्रधानमंत्री आज तक मणिपुर नहीं गए क्योंकि उनके लिए मणिपुर हिंदुस्तान (का हिस्सा) नहीं है।”
राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ”आज की सच्चाई है कि मणिपुर को आपने बांट दिया है, तोड़ दिया है।” उन्होंने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का उल्लेख करते हुए कहा कि पिछले साल 130 दिन तक मैंने भारत के एक कोने से दूसरे कोने तक यात्रा की। उन्होंने कहा, ”मैं समुद्र के तट से कश्मीर की बफीर्ली पहाड़ी तक चला।”
राहुल गांधी ने कहा, ”जिस चीज के लिए मैं मरने को तैयार हूं, जिस चीज के लिए मोदी जी की जेलों में जाने को तैयार हूं और जिस चीजे के लिए 10 साल तक गाली खाई है…उसे मैं समझना चाहता था।” राहुल गांधी ने कहा, ”जब मैं यात्रा कर रहा था तो मुझे भीड़ की आवाज सुनाई नहीं देती है, जिससे बात करता था उसका दुख और दर्द सुनाई देता था।”
राहुल गांधी ने कहा, ”यह देश एक आवाज है, इस देश के लोगों का दुख है, दर्द है, कठिनाइयां हैं, उसे समझना है। इसे समझने के लिए हमें अपने अहंकार, इच्छाओं और सपनों को दूर करना होगा।” उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से कहा, ”पिछली बार मैं जब बोला था तो आपको थोड़ा कष्ट हुआ था क्योंकि मैं अडाणी जी के बारे में केंद्रित था…आपको जो कष्ट हुआ उसके लिए माफी मांगता हूं।”