काहिरा। मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने काहिरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ (Order of the Nile) पुरस्कार से सम्मानित किया। ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’, मिस्र का सर्वोच्च राजकीय सम्मान है।
बता दें कि इसके पहले पीएम मोदी को 12 देशों के सर्वोच्च राजकीय सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है और मिस्र में नवाजे जाने के बाद यह 13वां सर्वोच्च राजकीय सम्मान हो गया। ‘‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ प्योर सोने से बना होता है, जिसमें वर्गाकार सोने की तीन इकाइयां (यूनिट्स) शामिल हैं, जिनमें मिस्र पर शासन करने वाले बादशाह फिरौन के प्रतीक शामिल हैं।
पहली इकाई राष्ट्र को बुराइयों से बचाने का विचार पेश करती है, जबकि दूसरी इकाई नील नदी द्वारा लाई गई समृद्धि एवं खुशी का प्रतीक है और तीसरी इकाई धन एवं सहनशीलता को संदर्भित करती है। ये तीनों इकाइयां एक-दूसरे से सोने से बने गोलाकार फूलों से जुड़ी होती हैं, जिसमें फिरोजा और रूबी रत्न जड़े होते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश, ऊर्जा संबंधों और लोगों से लोगों के जुड़ाव में सुधार पर ध्यान देने के साथ दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
अल-सिसी ने मिस्र की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर आए मोदी का राष्ट्रपति भवन में स्वागत किया, जहां दोनों नेताओं की एक-दूसरे से मुलाकात हुई। अमेरिका की सफल यात्रा के बाद मोदी शनिवार दोपहर यहां पहुंचे।
शनिवार को मोदी ने मिस्र के प्रधान मंत्री मुस्तफा मदबौली के नेतृत्व वाली भारत इकाई से मुलाकात की, जो दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने के लिए अल-सिसी द्वारा गठित उच्च स्तरीय मंत्रियों का एक समूह है।
अल-सिसी इस साल नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे जब उन्होंने और मोदी ने द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने का फैसला किया था।