केवट बोर्ड नहीं; तो वोट नहीं, कहार समुदाय हक के लिये निकालेगा जनजागरण यात्रा

0
157

कोटा। राजस्थान कहार, कीर, केवट, भोई, मेहरा कश्यप समाज आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष उमाशंकर कहार ने बताया कि राजस्थान मे हमारी समाज की 30 लाख की जनसंख्या निवास करती है। विगत 12वर्षों से समाज के उत्थान व विकास के लिये केवट कल्याण बोर्ड का गठन करवाने, अनुसुचित जनजाति आरक्षण सहित 11सूत्रीय माँगों को लेकर आंदोलनरत है।

कहार ने बताया कि भाजपा व कांग्रेस दोनों पार्टियों द्वारा लगातार हमारी समाज की मांगों की अनदेखी कर ,समाज को कोई महत्व नही दिया जा रहा है। केवल वोट बैंक समझ कर इस्तेमाल किया जा रहा है। दोनों पार्टियों की अनीतियों से पीडित है। समाज अपने हक अधिकार के लिये संघर्ष व आंदोलन के रूप में रेल व सडक रोको आंदोलन, भूख हडताल, अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन, अनशन, राजस्थान बंद कर चुका है। हजारों बार मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के नाम मांगों के संबंध में ज्ञापन दिये गये हैं। फिर भी दोनों पार्टियों ने समाज की केवट बोर्ड सहित 11सूत्रीय मांगों में से एक भी मांग को पूरा नहीं किया है।

कहार ने बताया कि समाज की मांगों की लगातार की जा रही अनदेखी से समाज आक्रोशित होकर आंदोलन को सक्रिय रूप देने के लिये और समाज को जागरूक करने के उद्देश्य से केवट कल्याण बोर्ड गठन करवाने के लिये, राजस्थान मे केवट कल्याण बोर्ड जनजागरण यात्रा का 14 फरवरी 2023 को उदयपुर संभाग के रावतभाटा कस्बे से शुरूआत की गई| रावतभाटा में चित्तौडगढ उपाध्यक्ष ओमप्रकाश कहार, भोई ने यात्रा का भव्य स्वागत कर प्रदेश अध्यक्ष उमाशंकर कहार के नेतृत्व में यात्रा का आगाज किया। यात्रा राजस्थान के प्रत्येक जिले में निकाली जा रही है, जो कि अब तक 3200 गाँवों का दौरा कर घर-घर जनसम्पर्क करते हुये निकाली गई है।

कहार ने बताया कि उदयपुर ,अजमेर, जयपुर, भरतपुर, कोटा संभाग में निकालते हुये यात्रा के अंतिम पडाव के रूप मे बूँदी जिले मे निकाली जा रही है। 18 मार्च को यात्रा का समापन बूंदी जिले के घाट का बराणा गाँव में महापंचायत, सदबुद्धी यज्ञ, विशालकाय भंडारे के रूप में किया जायेगा। महापंचायत में सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करने के उद्देश्य से समाज की एकता व अखण्डता का परिचय देने व समाज की ताकत दिखाने की ठान कर महापंचायत में नई रणनीति तय करेंगे।

उन्होंने बताया कि हमारी कहार समुदाय को कहार, कीर, केवट, भोई, बाथम, मेहरा, धीवर, ढीमर, माँझी, मल्लाह ,निषाद आदि नामों से जाना जाता है। कहार समुदाय की 30 लाख से भी अधिक की जनसंख्या है, जो कि राजस्थान की विधानसभा की 120 सीटों को प्रभावित करते है। समाज के बहुसंख्यक बाहुल्य क्षेत्र लोकसभा की 10 सीटों को प्रभावित करते हैं।

उन्होंने बताया कि केवट कल्याण बोर्ड जनजागरण यात्रा मे एक महिने से लगातार समिति के एक दर्जन पदाधिकारी यात्रा में साथ चल रहे हैं। हर जिले के आरक्षण संघर्ष समिति के पदाधिकारी समर्थन के साथ जनसम्पर्क करते हुये साथ चल रहे हैं।

प्रदेश अध्यक्ष उमाशंकर कहार, प्रदेशाध्यक्ष महिला मोर्चा सरिता केवट, प्रदेश संगठन मंत्री सुरेश केवट, कोटा जिला मंत्री रामस्वरूप केवट, प्रदेश सलाहकार मंत्री रामकुमार कहार, प्रदेश महिला मोर्चा उपाध्यक्ष शुक्ला देवी कहार, कोटा संभागीय अध्यक्ष बबलू कहार, कोटा संभागीय उपाध्यक्ष रामराज कहार, कोटा जिला अध्यक्ष राकेश केवट, चित्तौडगढ जिला अध्यक्ष किशन कीर, उपाध्यक्ष ओमप्रकाश भोई, हेमराज भोई, अजमेर संभाग में पार्षद प्रकाश कहार,अनिल कहार, किशनलाल कहार, सत्यनारायण कहार, जैकी जैक्स कहार, जयपुर संभाग मनमोहन मेहरा, मुन्ना लाल मेहरा, गौतम मेहरा, मगन लाल मेहरा, लक्ष्मीनारायण मेहरा, सुनिता मेहरा, आरती मेहरा, लक्ष्मी मेहरा, सुमनलता मेहरा, गोविद मेहरा, कन्हैया लाल मेहरा, भरतपुर संभाग रूपसिंह कहार, दीपक,संतोष,करौली से अमर सिंह कहार, भगवान लाल कहार, दौसा से घनश्याम कहार, कोटा संभाग से बूँदी जिला अध्यक्ष भागचंद कहार, सहकारी समिति के डायरेक्टर सूंरजमल कहार, सरपंच यदुनन्दन बढेरा, रामावतार कहार, बिरधीलाल कहार, दिनेश, दीपक, सुरेश कहार आदि समाज बंधु सम्मिलित रहे।

उन्होंने बताया कि महापंचायत मे 1 लाख से भी अधिक समाज बन्धुओं के सम्मिलित होने की संभावना है। सरकार हमारी समाज को महत्व नही देती है, तो आगामी विधानसभा चुनाव में केवट बोर्ड नहीं तो वोट नहीं मुहिम चलाकर दोनो पार्टियों का विरोध किया जायेगा।