रेल बजट में रामगंजमंडी-भोपाल रेल लाइन के लिए मिलेंगे 800 करोड़ रुपए

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-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा।
केंद्रीय रेल बजट में पश्चिमी-मध्य रेलवे के कोटा मंडल में रामगंजमंडी-भोपाल रेल लाइन के लिए आने वाले वित्त वर्ष में 800 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। जबकि पश्चिमी-मध्य रेलवे का कुल नेट प्लान आउटले 8874.70 करोड़ रुपए का होगा जिसमें नई रेल लाइनें बिछाने, मौजूदा रेल लाइनों के दोहरी-तिहरीकरण के कार्य पर कुल 3535.30 करोड रुपए खर्च करने का प्रावधान किया गया है।

पश्चिमी-मध्य रेलवे के कोटा मंडल में रामगंजमंडी से भोपाल के बीच 262 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाने का काम प्रगति पर है और हाल ही में जूनाखेड़ा सैक्शन में रेललाइन के निर्माण कार्य का सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया गया है।

इस रेल मार्ग पर झालावाड़ से रामगंजमंडी कोटा होते हुए यात्री गाड़ियों का संचालन भी किया जा रहा है। झालावाड़ से श्री गंगानगर के बीच प्रतिदिन नियमित रूप से रेलगाड़ी का आवागमन जारी है।

हाल ही में जूनाखेड़ा-अकलेरा सेक्शन में मोटर ट्रॉली निरीक्षण किया। साथ ही पश्चिमी-मध्य रेलवे के कोटा मंडल के जूनाखेड़ा-अकलेरा रेल खंड पर 110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गाड़ी चलाए जाने की का परीक्षण किया गया था।

यह रेलखंड निर्माणाधीन कोटा-भोपाल रेल लाइन के मध्य स्थित है। इस रेल मार्ग पर वर्तमान में कोटा से झालावाड़ के बीच रेलगाड़ियों का संचालन किया जा रहा है जबकि झालावाड़ से जूनाखेड़ा तक का रेल लाइन के निर्माण का काम पूरा हो चुका है और उसका परीक्षण भी हो चुका है। जूनाखेड़ा-अकलेरा रेलखंड के बीच रेलवे लाइन बिछाने के काम पूरा होने के बाद इसका परीक्षण किया गया है।

कोटा मंड़ल के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पश्चिमी-मध्य रेलवे को बजट 2023-24 में नेट प्लान आउटले कुल 8,874.70 करोड़ रुपये का है जबकि पिछले वर्ष 2022-23 में नेट प्लान आउटले कुल 4,228 करोड़ रुपये था। इस प्रकार इस वर्ष 4646.70 करोड़ रुपये से अधिक का रेल बजट प्राप्त हुआ है।

अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इसमें से नई लाइनों का निर्माण पर 2014 करोड़ रुपये, मौदूदा रेल लाइनों के दोहरीकरण-तिहरीकरण पर 1521.30 करोड़ रुपये ट्रैफिक फेसीलिटिस पर 114.71 करोड़ रुपये,रोड सेफ्टी वर्क (लेवल क्राॅसिंग) पर 18.74 करोड़ रुपये,रोड सेफ्टी वर्क (आरयूबी/आरओबी) पर 574.03 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रावधान है।

अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इसके अलावा ट्रैक रिन्यूवल पर 1090 करोड़ रुपये,ब्रिज-टनल वर्क पर 100 करोड़ रुपये, सिगनल एंड टेलीकम्युनिकेशन पर 207.10 करोड़ रुपये, इलेक्ट्रिकल वर्क पर 106.07 करोड़ रुपये,कस्टमर एमेनिटीस पर 250.10 करोड़ रुपये एवं अन्य योजनाओं के अंतर्गत 2878.25 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान है।

सूत्रों ने बताया कि रेलवे ने यह कार्ययोजना बनाई है कि अभी प्रतिवर्ष 4500 किलोमीटर नई रेल लाइन, आमान परिवर्तन व दोहरीकरण का कार्य किया जा रहा है जिसे बढ़ाकर 7 हजार किलोमीटर प्रतिवर्ष किया जायेगा। रेलवे लाइनों के दोनों ओर बसे गांवों व शहरों को जोड़ने के लिये इस वर्ष 1000 फ्लाईओवर,फुट ओवर ब्रिज,सब-वे का निर्माण किया जायेगा।

इन्हें इस प्रकार डिजायन किया जायेगा कि इनमें बारिश के दिनों में पानी नहीं भरें। इसके अतिरिक्त फ्लाईओवर के साथ फुट ओवर ब्रिज का निर्माण भी किया जायेगा, जिससे आमजन को लम्बा चक्कर नहीं लगाना पडे।

सूत्रों ने कहा कि देश भर में 1275 स्टेशनों को विकसित करने की कार्ययोजना बनाई गई है तथा 48 स्टेशनों पर पुनर्विकास का कार्य प्रारम्भ हो गया है। इन स्टेशनों की डिजायन विरासत और विकास को ध्यान में रखकर किया जायेगा।

स्टेशनों पर दिन-प्रतिदिन की आवश्यकताओं की वस्तुओं को ध्यान में रखते हुये दो हजार स्टेशनों पर जन सुविधा केन्द्र खोले जायेंगे। टिकट और पूछताछ संबंधी समस्याओं के निवारण के लिये सिस्टम अपग्रेड किया जायेगा।

इसके तहत वर्तमान में 25 हजार टिकट प्रति मिनट की क्षमता को 10 गुना बढ़ाकर 2.25 लाख तथा चार लाख प्रति मिनट इन्क्वायरी की क्षमता को 40 लाख प्रति मिनट किया जायेगा।