बूंदी में कौशल महोत्सव शुरू, 4 हजार से अधिक युवाओं ने की सहभागिता
बूंदी। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि हमारा युवा क्षमतावान और सामर्थ्यवान है। आवश्यकता है तो बस यह कि वह बदलते समय और वैश्विक आवश्यकताओं के अनुरूप स्वयं को अप स्किल करे। फिर वह नौकरी मांगने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले बनेंगे। ऐसे ही युवा वर्ष 2047 तक विकसित भारत के निर्माण की परिकल्पना को साकार करेंगे। वे गुरूवार को बूंदी कौशल महोत्सव रोजगार मेले का शुभारंभ कर रहे थे।
कुंभा स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिरला ने कहा कि हमारे युवा में बुद्धिकौशल, शोध, नवाचार और तकनीक में आगे है। यही कारण है कि आज कि वे चुनौतियों को स्थायी समाधान दे रहे हैं। इसी वजह से विश्व के अनेक देशों में भारतीय युवाओं की बेहद मांग है।
बिरला ने कहा कि कभी यह आशंका जताई जाती थी कि बढ़ती हुई आबादी हमारे लिए बोझ बन जाएगी। लेकिन अब दुनिया का सबसे युवा देश होने के कारण यह वर्कफोर्स ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। हमारा प्रयास होना चाहिए कि उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के साथ आने वाले समय की आवश्यकताओं के अनुरूप कौशल में दक्ष करें।
इससे हमारा युवा नौकरी मांगने लायक भी बनेगा और नौकरी देने लायक भी बनेगा। कार्यक्रम को राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वेदमणी तिवारी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में नगर परिषद बूंदी की सभापति मधु नुवाल भी उपस्थित रहीं।
राज्य सरकार ने युवाओं को छला
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बूंदी विधायक अशोक डोगरा ने कहा कि राज्य सरकार ने वादा किया था कि वह युवाओं को रोजगार देगी। रोजगार नहीं दिया तो बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। लेकिन युवाओं को न रोजगार मिला और न ही बेरोजगारी भत्ता। वहीं दूसरी ओर लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला क्षेत्र के सर्वांगीण विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने पर्यटन, शिक्षा, उद्योग, व्यापार सभी क्षेत्रों में बूंदी को कई सौगातें दीं। अब रोजगार मेले का आयोजन कर युवाओं के विकास की राह भी प्रशस्त की है।
मोबाइल का सही उपयोग करें युवा
स्पीकर बिरला ने युवाओं को सुझाव दिया कि वे मोबाइल का सही उपयोग करें। मोबाइल पर वे सफल लोगों की कहानियां देखें। उनके संघर्ष की जानकारी जुटा कर प्रेरणा लें। दुनिया में आ रही नई तकनीकों की जानकारी जुटाएं और उनको सीखने का प्रयास करें। इससे उन्हें दिशा मिलेगी और वे राष्ट्र निर्माण में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान भी देंगे।
ग्रामीण उद्योगों पर विचार का समय
बिरला ने कहा कि कोविड के दौरान ग्रामीण अर्थव्यवस्था ने ही देश की स्थिति को ंसंभालने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। हमारे ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि आधारित उद्योगों की असीम संभावनाएं हैं। युवा इस दिशा में विचार करें, उनकी तकनीकी कौशल, प्रसंस्करण की तकनीक तथा सप्लाई चेन को तैयार करने में वे पूरा सहयोग देंगे।
आईटी में देरी से आए, अब सबसे आगे
स्पीकर बिरला ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की एंट्री बहुत देरी से हुई, तब तक विकसित देश बहुत आगे बढ़ चुके थे। लेकिन अब हम सबसे आगे हैं, यह हमारे युवाओं के कारण ही हुआ। आज कोई भी आईटी कम्पनी का उदाहरण लें, वहां का नेतृत्व भारतीयों के हाथों में ही है।
जापान की कम्पनी भी आई
कौशल महोत्सव रोजगार मेले में आई 80 से अधिक कंपनियों ने पहले दिन इंटरव्यू के माध्यम से युवाओं के हुनर को परखा। रोजगार देने के लिए भारतीय कंपनियों के साथ जापान की भी एक कम्पनी आई। जबरदस्त सर्दी और मौसम खराब होने के बाद भी कौशल महोत्सव के पहले दिन 4 हजार से अधिक युवाओं ने सहभागिता की।
कुंभा स्टेडियम में चल रहे आयोजन में आई कम्पनियों ने युवाओं की शिक्षा और उनके कौशल को आजमाया। उनकी कम्यूनिकेशल स्किल्स को भी परखा। इस आधार पर कई कम्पनियों ने युवाओं को ऑफर लैटर दिए तो कुछ ने उन्हें अगले राउण्ड के लिए शॉटलिस्ट किया।
मेले में आई कम्पनियों में एलएण्लपकडटी, टाटा कैपिटल, टीवीएस सप्लाई चेन, फ्लिपकार्ट, अम्बुजा सीमेंट आदि प्रमुख रहीं। इन कम्पनियों ने कोटा, बूंदी और राजस्थान के साथ देश के अन्य हिस्सों के लिए अभ्यर्थियों को रोजगार का ऑफर दिया।
स्किल डवलपमेंट की मिली जानकारी
कौशल महोत्सव में युवाओं को केंद्र और राज्य सरकार की ओर से संचालित कौशल विकास की विभिन्न योजनाओं की भी जानकारी मिली। इसमें राजकारीगर से लेकर ड्रोन उड़ाने तक के प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी शामिल थी। इसके अलावा अल्पसंख्यकों के लिए संचालित योजनाओं के बारे में भी बनाया गया।