मावजी महाराज ने कुरीतियों पर प्रहार कर समाज को नई दिशा दीः बिरला

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श्री हरि मंदिर बेणेश्वरधाम के स्वर्ण शिखर प्रतिष्ठा महोत्सव में सम्मिलित हुए लोक सभा अध्यक्ष

नई दिल्ली/बांसवाड़ा। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला शुक्रवार को बेणेश्वर धाम स्थित श्री हरि मंदिर के स्वर्ण शिखर प्रतिष्ठा तथा अति विष्णु महायज्ञ महोत्सव में सम्मिलित हुए।

इस अवसर पर आयोजित महायज्ञ पूर्णाहुति कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिरला ने बेणेश्वरधाम को आध्यात्मिकता, भक्ति से समृद्ध भूमि बताते हुए महान संत माव जी महाराज, गोविंद गुरु जी और वीरबाला कालीबाई को नमन किया। प्रणाम किया। उन्होंने प्राचीन श्रीहरि मन्दिर के जीर्णोद्धार कार्यक्रम, स्वर्ण शिखर प्रतिष्ठा महोत्सव और अति विष्णु महायज्ञ के पूर्णाहुति पर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं भी दी।

उन्होंने बेणेश्वर धाम को तीन पवित्र नदियों का संगम स्थल बताते हुए कहा कि इस तीर्थ के दर्शन से जीवन में शांति और समृद्धि का संचार होता है। धाम के प्राचीन इतिहास का उल्लेख करते हुए उन्होेंने कहा कि तीन सौ वर्षों से भी अधिक समय से बेणेश्वर की पवित्र भूमि पर संत मावजी महाराज की गाथाएं प्रचलित हैं। संत मावजी महाराज ने समाज की कुरीतियों पर प्रहार किया और समाज सुधार के कार्य किए। मावजी महाराज की भविष्यवाणियां आज भी सत्य सिद्ध हो रही हैं।

भारत की लोकतांत्रिक धरोहर के सन्दर्भ में बिरला ने कहा की भारत विश्व का प्राचीनतम लोकतंत्र है, जिसके आधार पर देश ने सामाजिक आर्थिक परिवर्तन देखा है। लोकतंत्र और विविधता भारत की सबसे बड़ी ताक़त है। राजस्थान को लोकसंस्कृतिऔर परंपरा का अद्भुत संगम बताते हुए श्री बिरला ने कहा कि राजस्थान में भक्ति, शौर्य, समर्पण और आस्था का विशेष स्थान रहा है। उन्होंने आगे कहा कि देश की तरक्की में राजस्थान और राजस्थानियों का अनुपम योगदान है।

बिरला ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से समाज में एकजुटता का संदेश जाता है और आमजन के बीच भक्ति भाव का प्रसार होता है। आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम संस्कृति, परंपरा और सद्भाव को सशक्त करते हैं।

बेणेश्वर धाम को राजस्थान का धार्मिक.सांस्कृतिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र बताते हुए श्री बिरला ने आह्वान किया कि इस शौर्य, त्याग, तपस्या और भक्ति की भूमि में देश और दुनिया भर से लोग सुख शांति की प्राप्ति के लिए आए। उन्होंने आगे कहा कि बेणेश्वर धाम में पर्यटन के विस्तार से क्षेत्र का तीव्र विकास होगा और समृद्धि बढ़ेगी।

वागड़ की महान संस्कृति और इतिहास सामने लाएं युवा
स्पीकर बिरला ने युवाओं का आव्हान किया कि बेणेश्वर धाम, वागड़ की संस्कृति, यहां के इतिहास, महापुरुषों, संतों और स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में लिखें। इस भूमि के इतिहास और महान संस्कृति से दुनिया का परिचय कराने वाले साहित्य की रचना करें। शौर्य, त्याग, तपस्या और भक्ति की इस भूमि से जुड़ी अनेक ऐसी कहानियां हैं जो अब तक दुनिया के सामने नहीं आई हैं। यदि ऐसा होता है तो देश और दुनिया के अलग अलग हिस्सों से लोग यहां के जनजीवन, यहां के इतिहास और संस्कृति को जान पाएंगे।