मुंबई। वैश्विक बाजारों में सुस्त रुख और वाहन, वित्त तथा ऊर्जा कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से घरेलू शेयर बाजार में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई।
शुरुआती कारोबार में 400 से अधिक अंक लुढ़कने के बाद तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स कुछ हद तक उबरते हुए 87.12 अंक या 0.14 प्रतिशत टूटकर 61,663.48 पर बंद हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 36.25 अंक या 0.20 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,307.65 पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर में सबसे अधिक 2.46 प्रतिशत की गिरावट आई। मारुति, बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, आईटीसी और विप्रो के शेयर भी प्रमुख रूप से गिरावट में रहे।दूसरी तरफ, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, भारतीय स्टेट बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू मोर्चे पर कोई ख़ास हलचल नहीं होने के कारण स्थानीय बाजार अब भविष्य की दिशा के लिए वैश्विक रुझान पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘विकसित देशों के बाजारों में नकारात्मक रुझान और अमेरिकी केंद्रीय बैंक की आक्रामक टिप्पणियों ने दुनिया भर में चल रहे सकरात्मक रुझानों को प्रभावित किया है।’’
नायर ने कहा, ‘‘सुधार के देर से प्रयास के बावजूद सरकारी बैंकों को छोड़कर घरेलू बाजार में बड़े पैमाने पर नकारात्मक प्रवृत्ति के साथ कारोबार हुआ।’’वहीं, साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स में 131.56 अंक यानी 0.21 प्रतिशत तथा निफ्टी में 42.05 अंक यानी 0.22 प्रतिशत की गिरावट आई।
बीएसई का स्मॉलकैप सूचकांक 0.45 प्रतिशत और मिडकैप 0.44 प्रतिशत टूट गया। एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में बंद हुआ। शेयर बाजार के अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 618.37 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।