नई दिल्ली। Edit Tweet Button: ट्विटर ने भारत में ‘एडिट ट्वीट’ बटन लॉन्च कर दिया है। एलन मस्क के कंपनी टेकओवर करते ही यह बदलाव दिखा। PayTM के फाउंड विजय शेखर शर्मा ने अपने ट्वीट को एडिट करके जानकारी दी। नए फीचर में, आपको ट्वीट के बगल में मौजूद तीन डॉट्स पर क्लिक करने पर ‘एडिट ट्वीट’ का विकल्प दिखेगा।
शर्मा ने शुक्रवार रात 10.52 बजे ट्वीट किया, ‘This tweet will be edited after posting.’ उसी ट्वीट को 10.53 बजे एडिट किया और लिखा, ‘Now this is an edited tweet!’ शर्मा ने एक स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है जिसमें ‘Edit Tweet’ का ऑप्शन दिख रहा है।
फिलहाल यह विकल्प iPhone यूजर्स के लिए इनेबल किया गया लगता है। एडिटेड ट्वीट पर यूजर्स को एक डिस्क्लेमर दिखेगा जिसमें आखिरी बार एडिट का वक्त बताया जाएगा। इसपर क्लिक करके आप ट्वीट की एडिट हिस्ट्री चेक कर सकते हैं। अभी यह फीचर चुनिंदा यूजर्स के लिए जारी किया गया है। उम्मीद है कि जल्द ही सभी यूजर्स को ट्वीट एडिट करने का ऑप्शन मिल जाएगा।
Twitter ने पिछले महीने कहा था कि फिलहाल यह फीचर वेरिफाइड यूजर्स को मिलेगा। इसके बाद अपना ट्वीट सही करने के लिए 30 मिनट मिलेंगे। ट्विटर की ओर से बताया गया कि यूजर्स की ओर से सबसे ज्यादा मांग इसी फीचर की थी। इससे उन्हें वक्त रहते ट्वीट में हुई टाइपिंग की गलती या हैशटैग बदलने की सहूलियत मिल सकती है।
30 मिनट तक ही कर पाएंगे एडिट: ट्विटर के सितंबर वाले ब्लॉग पोस्ट के मुताबिक, यूजर्स को पहले 30 मिनट तक ही ट्वीट को एडिट करने की सुविधा दी जाएगी। 30 मिनट के बाद यूजर्स अपने ट्वीट को एडिट नहीं कर सकेंगे। ट्विटर के अनुसार एडिट होने के बाद ट्वीट एक आइकॉन के साथ दिखेगा। उस आइकॉन पर क्लिक करके यूजर्स ये भी जान सकते हैं कि शुरुआती ट्वीट क्या था। ट्विटर ने कहा कि फिलहाल हम ये भी चेक कर रहे हैं कि यूजर्स कैसे इस फीचर्स का मिसयूज कर सकते हैं। इस फीचर को लेकर ये भी कहा जा रहा है कि इसके लिए यूजर्स को पैसे चुकाने पड़ सकते हैं।
क्या चाहते हैं मस्क: मस्क ने कहा कि मैं चाहता हूं कि ट्विटर सबसे बेहतरीन एडवरटाइजिंग प्लैटफॉर्म हो, जहां सभी उम्र के यूजर्स फिल्में देख सकें और विडियो गेम खेल सकें। इससे संकेत मिला कि आगे चलकर ट्विटर की ऐड पॉलिसी में भी बदलाव हो सकता है। मस्क ने साफ किया कि ज्यादा पैसा कमाने के लिए नहीं, बल्कि इंसानियत की मदद करने लिए मैंने ट्विटर से डील की है, ताकि हमारी आने वाली सभ्यता के पास कॉमन डिजिटल स्पेस हो, जहां विभिन्न विचारधारा और विश्वास के लोग किसी भी तरह की हिंसा के बिना स्वस्थ चर्चा कर सकें।