नई दिल्ली। NEET UG Result 2022: नीट में इस बार शीर्ष चार स्टूडेंट्स को बराबर मार्क्स मिले। चारों के 99.9997733 (715 मार्क्स) परसेंटाइल मार्क्स रहे। लेकिन एनटीए ने चारों स्टूडेंट्स को टॉपर घोषित करने की बजाय अपने टाई ब्रेकिंग फॉर्मूले के आधार पर चारों स्टूडेंट्स को रैंक 1, रैंक 2 और रैंक 3 और रैंक 4 दी।
राजस्थान की तनिष्का ने रैंक 1 हासिल कर ऑल इंडिया टॉप किया। दिल्ली के वत्स आशीष बत्रा को रैंक 2, कर्नाटक के ऋषिकेश नागभूषण गांगुली को रैंक 3 और कर्नाटक के रुचा पवाशे को रैंक 4 मिला। इस बार एनटीए ने अपने टाई ब्रेकिंग फॉर्मूले में छह नई चीजें जोड़ी थीं ताकि बराबर मार्क्स पाने वाले छात्रों को एक जैसी रैंक न मिल पाए। जबकि पिछले साल एनटीए के टाई ब्रेकिंग फॉर्मूले में सिर्फ तीन चीजें थीं।
टाई ब्रेकिंग फॉर्मूले में छह नए फैक्टर जोड़ने के पीछे एनटीए का कहना था कि हर स्टूडेंट्स की अलग रैंक होना बेहद जरूरी है। पिछले साल तक टाई ब्रेकिंग फॉर्मूले में तीन फैक्टर थे, इसके बावजूद पिछले साल टॉप तीन स्टूडेंट्स टाई की स्थिति में थे और तीनों को रैंक 1 देनी पड़ी थी। छात्रों की एक जैसी रैंक अच्छी स्थिति नहीं होती। मेडिकल कॉलेजों में सीटें बेहद सीमित हैं इसलिए सबकी अलग अलग रैंक होना आवश्यक है।
2021 तक यह फॉर्मूला
- जिसके बायोलॉजी (बॉटनी एंड जूलॉजी) में ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा।
- अगर बॉयोलॉजी वाले फैक्टर से रैंक तय नहीं होती तो फिर केमिस्ट्री के मार्क्स देखे जाएंगे। केमिस्ट्री में जिसके ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा।
- इसके बाद जिस उम्मीदवार का सभी विषयों में अटेम्प्टेड गलत उत्तर और सही उत्तरों का अनुपात कम होगा, उसे ऊपर रखा जाएगा।
2022 में यह फॉर्मूला
- जिसके बायोलॉजी (बॉटनी एंड जूलॉजी) में ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा।
- अगर बॉयोलॉजी वाले फैक्टर से रैंक तय नहीं होती तो फिर केमिस्ट्री के मार्क्स देखे जाएंगे। केमिस्ट्री में जिसके ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा।
- इसके बाद फिजिक्स के मार्क्स देखे जाएंगे। जिसके फिजिक्स में ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा।
- जिसने सही उत्तरों की तुलना में कम गलत उत्तर दिए होंगे, उसे ऊपर रखा जाएगा।
- इसके बाद जिस उम्मीदवार का बायोलॉजी (बॉटनी व जूलॉजी ) में अटेम्प्टेड गलत उत्तर और सही उत्तरों का अनुपात कम होगा, उसे ऊपर रखा जाएगा।
- इसके बाद जिस उम्मीदवार का केमिस्ट्री में अटेम्प्टेड गलत उत्तर और सही उत्तरों का अनुपात कम होगा, उसे ऊपर रखा जाएगा।
- जिस उम्मीदवार का फिजिक्स में अटेम्प्टेड गलत का प्रतिशत कम होगा।
- अधिक आयु वाले उम्मीदवार को ऊपर रखा जाएगा।
- नीट एप्लीकेशन नंबर बढ़ते क्रम (आरोही क्रम) के आधार पर रैंक तय कर दी जाएगी।