लहसुन की बाजार हस्तक्षेप योजना में खरीद होगी, बिरला ने दिया किसानों का आश्वासन

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कोटा। लहसुन की कम कीमतों के चलते किसानों की मायूसी देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को संवेदनशीलता दिखाई। उन्होंने राजस्थान के कृषि मंत्री लाल चंद कटारियों को स्वयं फोन कर कहा कि बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत लहसुन खरीद के प्रस्ताव तैयार करवाकर प्रदेश से केंद्र को भिजवाएं। इस प्रस्ताव को जल्द से जल्द स्वीकृत करवाया जाएगा।

दरअसल, हाड़ौती में इस बार बंपर पैदावर के चलते लहसुन के दामों में भारी गिरावट दिखाई दे रही है। कृषि विभाग लहसुन की उत्पादन लागत करीब तीन हजार रुपए प्रति क्विंटल मानता है, जबकि किसानों का दावा है कि बाजार में लहसुन के भाव इससे काफी कम मिल रहे हैं। इससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

भाजपा देहात किसान मोर्चा के देहात अध्यक्ष योगेंद्र नन्दवाना अलकू के नेतृत्व में किसान रविवार को तथा संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारी इस बारे में सोमवार को लोकसभा अध्यक्ष बिरला से उनके कैंप कार्यालय में मिले। उन्होंने स्पीकर बिरला से कहा कि मौजूदा भावों से किसान मायूस हैं। कई ऐसे किसान हैं जो कर्ज में डूब चुके हैं। ऐसे किसानों की मदद के लिए स्पीकर बिरला पहल कर कोई कदम उठाएं।

स्पीकर बिरला ने उनकी बात और किसानों की परेशानी को गम्भीरता से लेते हुए प्रदेश के कृषि मंत्री लाल चंद कटारिया को फोन कर किसानों की परेशानी के बारे में बताया। कटारिया ने भी स्वीकार किया कि लहसुन के दामों में गिरावट के कारण किसानों की परेशानी की जानकारी उन्हें भी है। ऐसे में स्पीकर बिरला ने कहा कि बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत किसानों को राहत दी जा सकती है। राज्य सरकार के स्तर से लहसुन खरीद के प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजें। इस प्रस्ताव को सात दिन में स्वीकृत करवाया जाएगा।

स्पीकर बिरला ने कहा कि किसान देश का अन्नदाता है। उनकी परेशानी को दूर करना हमारा दायित्व है और इसके प्रति हम प्रतिबद्ध है। हम किसानों के साथ खड़े हैं और उनकी समस्याओं को दूर करने के सभी प्रयास किए जाएंगे।