नई दिल्ली। पतंजलि आयुर्वेद अगले पांच वर्षों में 2 लाख करोड़ रुपए का ब्रांड बन जाएगा क्योंकि वो नए क्षेत्रों में प्रवेश करने, नए इंटीग्रेटेड फूड पार्क के गठन और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के निर्माण की योजना बना रहा है। यह बात खुद योग गुरू बाबा रामदेव ने कही है।
उन्होंने आगे कहा कि एफएमसीजी प्रमुख के पास अगले दो वर्षों में एक लाख करोड़ रुपये की विनिर्माण क्षमता होगी। हरिद्वार स्थित फर्म अगले पांच सालों में एक लाख करोड़ के बिक्री कारोबार का लक्ष्य लेकर चल रही है क्योंकि वो अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में विस्तार कर रही है।
वहीं पतंजलि अपनी तत्काल विस्तार योजनाओं के लिए 5000 करोड़ रुपये के लोन पर भी विचार कर रही है। रामदेव ने एक इवेंट के दौरान कहा, “हम उन वर्टिकल (क्षेत्रों) पर काम कर रहे हैं जिसका बाजार आकार 10 लाख करोड़ से ज्यादा का है और उसमें पतंजलि की हिस्सेदारी 10 से 20 फीसद की है।
अगले तीन से पांच सालों में पतंजलि एक लाख करोड़ से ऊपर का ब्रांड होगी।”कंपनी ने वित्त वर्ष 2016-17 में 10,561 करोड़ रुपये का कारोबार किया था। कंपनी मौजूदा समय में नोएडा, नागपुर, इंदौर और आंध्रप्रदेश में बड़ी बड़ी यूनिट लगाने की योजना बना रही है।
रामदेव ने कहा कि साल 2018-19 तक पतंजलि एफएमसीजी क्षेत्र में कई प्रतिद्वंद्वियों से आगे होगी और देश में कई बहुराष्ट्रीय ब्रांडों को पीछे छोड़ देगी। उन्होंने कहा, “अगले दो वर्षों में हमारे पास 1 लाख करोड़ रुपये की उत्पादन क्षमता होगी।