कोटा। अंतरराष्ट्रीय धोखाधड़ी जागरूकता सप्ताह के समर्थन में दूसरे संस्करण का मुंह बंद रखो अभियान एचडीएफसी बैंक ने शुरू किया। इस पहल के माध्यम से बैंक का लक्ष्य सभी प्रकार की धोखाधड़ी के बारे में लोगों में जागरूकता को बढ़ाना और उनकी रोकथाम सुनिश्चित करने के लिए अपना मुंह बंद रखने का महत्व बताना है।
बैंक अगले 4 महीनों में देश भर में 2,000 से अधिक कार्यशालाओं का आयोजन करेगा ताकि लोगों को यह समझने में मदद मिल सके कि वे वित्तीय धोखाधड़ी से खुद को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं।
इस अभियान में ऐसी कई स्थितियां हैं जिनमें जानकारी का खुलासा नहीं करना बेहतर है, खासकर जब बैंकिंग विवरण की बात आती है, ऐसे समय में किसी के इस बारे में पूछने पर अपना मुंह बंद रखें। युवा वर्ग पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जहां बैंक वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों और काॅलेजों को लक्षित करेगा, ताकि किशोरों और युवाओं को शुरूआत से ही धोखाधड़ी की रोकथाम के लिए जागरूक किया जा सके।
फोन, एसएमएस, ईमेल और सोशल मीडिया पर अज्ञात लिंक पर क्लिक न करने, कार्ड विवरण साझा करने, सीवीवी, समाप्ति तिथि, ओटीपी नेटबैंकिंग, मोबाइलबैंकिंग लॉगिन आईडी और पासवर्ड जैसे सरल कदमों का पालन करके आम जनता को अपना पैसा सुरक्षित रखने में काफी हद तक व्यापक मदद मिल सकती है। इस नई पहल पर एचडीएफसी बैंक के एमडी शशिधर जगदीशन ने कहा कि “डिजिटलाइजेशन लोगों को बेहतरीन और अद्वितीय सुविधा और बैंकिंग सेवाओं तक आसान पहुंच प्रदान कर रहा है।
इन सुविधाओं के साथ साइबर धोखाधड़ी के भी बहुत सारे जोखिम सामने आ रहे हैं। धोखेबाज जालसाज लगातार भोले-भाले ग्राहकों की तलाश में रहते हैं। ऐसे में ग्राहकों को अंजान लोगों के साथ बात करने और बातचीत करने को लेकर हमेशा सतर्क और सावधान रहना महत्वपूर्ण है। लोगों को कुछ सावधानी एवं सतर्कता नियमों का पालन करके अपने धन और बचत की रक्षा करने की आवश्यकता है। उदाहरण के लिए, अज्ञात कॉल न उठाएं; अजनबियों के एसएमएस और मेल पर क्लिक न करें। ओटीपी, कार्ड नंबर, पासवर्ड या पिन आदि को किसी के साथ भी साझा न करें।“
उन्होंने कहा कि “एचडीएफसी बैंक में उभरते साइबर सुरक्षा खतरों को कम करने के लिए तकनीक, प्रक्रियाओं और प्रणालियों को लगातार अपडेट किया जा रहा हैं। इस यात्रा में जागरूकता पैदा करना एक महत्वपूर्ण कदम है और बैंक ने लोगों को अपनी व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी के बारे में अपना मुंह बंद रखने और ऐसा करने में अपने बैंक खाते को सुरक्षित रखने के बारे में शिक्षित करने के लिए मुंह बंद रखो अभियान शुरू किया हैं।“
एचडीएफसी बैंक द्वारा धोखाधड़ी विवाद के समय को लेकर किए गए एक खास विश्लेषण से पता चला है कि इस वित्तीय वर्ष के पहले तीन महीनों में, 65-70 प्रतिशत साइबर धोखाधड़ी सुबह 7.00 बजे से शाम 7.00 बजे के बीच की गई हैं। साथ ही जालसाज सिर्फ सीनियर सिटीजन को ही लक्षित नहीं कर रहे हैं। एचडीएफसी बैंक के विश्लेषण ने आगे ये भी दर्शाया है कि प्रभावित ग्राहकों में से 80-85 प्रतिशत ग्राहक 22-50 आयु वर्ग के थे, और माना जाता है कि वे तकनीक की अधिक और बेहतर समझ रखने वाले आयु वर्ग के थे।
इसलिए, इस साल, एचडीएफसी बैंक अपने मुंह बंद रखो अभियान के माध्यम से ग्राहकों से एक प्रतिज्ञा लेने और गोपनीय बैंकिंग जानकारी किसी के साथ साझा नहीं करने का आग्रह कर रहा है। बैंक के आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम में, “मुंह बंद रखो“ अभियान को डॉ. के. राजेश्वर राव (आईएएस), विशेष सचिव, नीति आयोग द्वारा लाॅन्च किया गया। कार्यक्रम में सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. राजेश पंत, नेशनल साइबर सिक्योरिटी कोआॅर्डिनेटर, भारत सरकार और शशिधर जगदीशन, एमडी और सीईओ, एचडीएफसी बैंक भी उपस्थित थे।