भुवनेश गुप्ता ने अपने 45वें जन्मदिन पर 45 रक्तमित्रों के साथ किया रक्तदान

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कोटा। जन्मदिन हो या त्यौहार, रक्तदान कर दें उपहार’ की सार्थकता अब ज्यादा प्रभावशाली तरीके से देखी जा रही है। शहर में युवा अपने जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगाँठ व दिवंगत की पुण्यतिथि पर रक्तदान कर एक नवीन परम्परा को आगे बढ़ाते जा रहे हैं। कोटा में रक्तदान को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में भागीदार टीम जीवनदाता के संस्थापक संयोजक भुवनेश गुप्ता भी तेजी से इस क्षेत्र में नए रिकॉर्ड बनाते जा रहे हैं। सोमवार को उनके जन्मदिन के अवसर पर गुप्ता ने अपने परिवारजन के साथ मिलकर 102वीं बार रक्तदान किया।

उन्होंने बताया कि रक्तदान शिविर का उद्देश्य कोटा में अभी चल रही ड़ेंगू के दौरान प्लेट्लेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित करना था। इस डोनेशन से 45 डेंगू पीडितो को प्लेटेमेलेट्स मिल पाएगी। रक्तदान शिविर टीम जीवनदाता, लायंस क्लब कोटा टेक्नो, वैश्य समाज कोटा, माँ भारती जनकल्याण ट्रस्ट व पोरवाल वरिष्ठ युवा फ़ोरम के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था।

शिविर में टीम जीवनदाता के सहसंयोजक वर्द्धमान जैन, नितिन मेहता, मनीष माहेश्वरी, लायंस क्लब कोटा टेक्नो के डायरेक्टर रजनी गुप्ता, अध्यक्ष मुकेश शर्मा, सचिव रेणु गुप्ता व रचना गोयल व अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के रास्ट्रीय उपाध्यक्ष ऐ के गुप्ता , कोटा जिले के अखिल भर्ती वैश्य महासम्मेलन के अध्यक्ष दिनेश विजय, पोरवाल वरिस्ठ युवा फोरम के कोटा अध्यक्ष रविन्द्र कुमार गुप्ता व सचिव रघु गुप्ता ने रक्तदाताओं का अपर्णा पहना कर अभिनंदन किया।

इस अवसर पर अखिल भारतीय वैश्य समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ऐके गुप्ता ने कहा कि नियमित रक्तदान से व्यक्ति सदैव स्वस्थ रहता है। वे स्वयं भी 65 वर्ष की उम्र तक रक्तदान करते रहे हैं । दिनेश विजय ने कहा एक यूनिट रक्तदान से तीन ज़िन्दगियों को जीवनदान मिलता है। सो प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को नियमित रक्तदान करना चाहिए। रजनी गुप्ता ने सर्वाधिक रक्तदान करने वाले युवाओं के लिए एक सम्मान समारोह करने की आवश्यकता जताई और महिलाओं को नियमित रक्तदान करने के लिए प्रेरित करने के लिए नए नए कार्यक्रम करने के लिये पहल करने की बात कही।

पूरे परिवार ने किया सामुहिक रक्तदान
भुवनेश गुप्ता बताते है कि वे सन 1993 से नियमित रक्तदान कर रहे हैं । वे 102 वीं बार रक्तदान व 53 बार एसडीपी कर कुल 154 बार डोनेशन कर चुके है। इस बार अपने जन्मदिन पर पूरे परिवार को साथ लेकर रक्तदान किया। बहिन अंकिता गुप्ता, भाई रोहित गुप्ता, बड़े दामाद अनुपम गुप्ता, छोटे दामाद पंकज गुप्ता, पत्नी क्षिप्रा गुप्ता सहित सात परिवारजनों ने ब्लड बैंक पहुंच कर रक्तदान किया।

महिलाओं की रही भूमिका, बनी रक्तवीरंगना
महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर रक्तदान में हिस्सा लिया। कुल 7 महिलाओं ने रक्तदान किया। जिसमें अंकिता गुप्ता ने पहली बार, सुमति पोरवाल ने 17वीं बार व मोनिका शर्मा ने तीसरी बार रक्तदान किया।

दृष्टिबाधित राजेश ने भी किया 35 वीं बार रक्तदान
इस अवसर पर जन्म से अपनी आँखें गवा चुके राजेश भी पीछे नही रहे। उन्होंने अपने मित्र रजनीश खंडेलवाल के साथ शिविर में आकर 35वीं बार रक्तदान किया।