नई दिल्ली। कच्चे तेल के बाजार (Crude Oil Market) में अमरीकी वजह एक बार फिर से हावी है। अमेरिका में इन दिनों कच्चे तेल का स्टॉक (Crude Oil Stock) तीन साल के न्यूनतम स्तर पर आ गया है। इस बीच वहां पेट्रोलियम पदार्थों की खपत तेजी से बढ़ रही है। इसलिए स्पॉट मार्केट से खरीदारी जारी है। यही वजह है कि गुरुवार को ब्रेंट क्रूड 77 डॉलर प्रति बैरल के भी पार चला गया।
यह जुलाई के अंतिम दिनों के बाद उच्चतम स्तर है। इधर, भारतीय बााजर (Indian Market) में 18 दिन की स्थिरता के बाद आज डीजल की कीमतों में 20 पैसे की बढ़ोतरी हुई। पेट्रोल को जस का तस छोड़ दिया गया। इससे पहले शिक्षक दिवस (05 सितंबर 2021) के दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों (Petrol Diesel Price) में 15-15 पैसे की कमी हुई थी।
दिल्ली के बाजार (Delhi Market) में शुक्रवार को इंडियन ऑयल (IOC) के पंप पर पेट्रोल प्रति लीटर 101.19 रुपये पर टिका रहा। जबकि डीजल का दाम 20 पैसे महंगा हो कर 88.82 रुपये प्रति लीटर पर चला गया।
पेट्रोल को छोड़ कर सिर्फ आगे बढ़ा है डीजल
अंतरराष्ट्रीय बाजार (International Market) में कच्चा तेल भले ही सस्ता बिक रहा हो, लेकिन यहां सरकारी तेल कंपनियां (Government Oil Companies) उस हिसाब से कीमतों में कमी नहीं कर रही हैं। वैसे भी डीजल (Diesel) महंगा ईंधन होने के बावजूद भारत में यह पेट्रोल के मुकाबले सस्ता बिकता है। इस साल के शुरूआती महीनों के दौरान कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए थे। उस दौरान 41 दिनों तक डीजल के दाम (Diesel Price) में कोई फेरदबल नहीं हुआ था। इन दिनों पिछले 18 दिनों से इसके दाम में कोई फेरबदल नहीं हुआ था। आज इसके दाम में 20 पैसे की बढ़ोतरी हुई जबकि पेट्रोल जस का तस है।