मां भारती जाते जाते दो जिंदगियों को कर गयी रोशन

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कोटा। कोचिंग सिटी के साथ साथ शहर अब मानवीय भावनाओं को संजोए युवाओं के लिये अब प्रेरणा का माध्यम बनता जा रहा है। रक्तदान के साथ साथ अब शहर में नेत्रदान का भी माहौल तेजी से बनने लगा है। शनिवार को ऐसा ही एक नेत्रदान का उदाहरण देखने को मिला जब एक माँ ने मरणोपरांत नेत्रदान किया।

लायंस क्लब कोटा टेक्नो के डायरेक्टर व माँ भारती जनकल्याण ट्रस्ट के भुवनेश गुप्ता के अनुसार प्रातःकाल 4 बजे नींव फाउंडेशन के अध्यक्ष आशीष कपूर का काल आया कि उनकी ताईजी भारती कपूर (53) का हृदय गति रुकने से निधन हो गया है और परिवारजन नेत्रदान करवाना चाहते है। कॉल करने के पूर्व आशीष ने अपने परिवार में ताऊजी सुनील कपूर, माँ नीलम कपूर व भाई शुभम कपूर से बात कर नेत्रदान के लिये आम सहमति बना ली थी।

उसी समय गुप्ता के साथ शाइन इंडिया फाउंडेशन के डॉ कुलवंत गौड़, आई बैंक सोसाइटी कोटा चैप्टर के तकनीशियन टिंकू ओझा को लेकर फ़ौरन सुंदर नगर रेलवे कॉलोनी स्थित निवास पर प्रातः 6 बजे आ आए और नेत्र संकलित किये। स्वप्रेरणा व जागरूकता से किया गया ये नेत्रदान मिसाल बना।