कमर तक पानी में चलते हुए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने जाना बाढ़ पीड़तों का हाल

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कोटा और बूंदी के वर्षा प्रभावित क्षेत्रों का किया लोकसभा अध्यक्ष ने दौरा

कोटा। कोटा-बूंदी सहित सम्पूर्ण हाडोती में अतिवृष्टि ने भारी नुकसान पहुंचाया है। कहीं खेतों में लगी पूरी फसल नष्ट हो चुकी है तो कहीं दुकानों में रखा लाखों का सामान खराब हो चुका है। लोगों के घर और भवन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। बारिश के कारण बिगड़ले हालात तथा आमजन को हुए नुकसान का जायजा लेने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला शनिवार को संसदीय क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया। सांगोद क्षेत्र में तो वे कमर तक के पानी में चलते हुए प्रभावितों तक पहुंचे।

कोटा-बूंदी में पिछले करीब आठ दिन से वर्षा का दौर जारी है। इस कारण नदियों और बांधों में भी जलस्तर बढ़ा है। कुछ जगहों पर नदियों और बांधों से छोड़ा गया पानी सघन बस्तियों तक पहुंचने से वहां हालात बिगड़ गए। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को इसकी जानकारी थी, लेकिन संसद का मानसून सत्र जारी होने के कारण वे संसदीय क्षेत्र नहीं आ पा रहे थे। परन्तु वे जिला प्रशासन से निरंतर संपर्क में रहते हुए हालात पर नजर रखे थे।

बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे करते लोकसभा अध्यक्ष बिरला

सत्र के दौरान शुक्रवार को सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित होने के बाद स्पीकर बिरला शनिवार तड़के कोटा पहुंच गए और सुबह ही संसदीय क्षेत्र के दौरे पर रवाना हो गए। उन्होंने सबसे पहले हेलीकाॅप्टर में बैठकर सांगोद व खानपुर क्षेत्र का करीब 20 मिनट तक हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद एनटीपीसी अंता स्थित हेलीपेड पर हेलीकाॅप्टर से उतर कर वे सड़क मार्ग से सांगोद के लिए रवाना हो गए।

सांगोद पहुंच कर उन्होंने गांधी चैक तथा आसपास के क्षेत्र का नाव में बैठकर निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने घर में फंसे लोगों तथा व्यवसायियों से बातकर नुकसान का जायजा लिया। जिन जहां पर नाव नहीं जा पा रही थी, वहां बिरला नाव से उतर कर कमर तक के पानी चलते हुए प्रभावित लोगों तक पहुंचे और उनकी कुशलक्षेम जानी। इस दौरान आमजन को हुई क्षति की पीड़ा लोकसभा अध्यक्ष बिरला के चेहरे पर साफ नजर आ रही थी।

हमारा तो कुछ नहीं बचा: जलस्तर बढ़ने से हुए नुकसान का जायजा लेने के दौरान लोगों ने लोकसभा अध्यक्ष बिरला को बताया कि पानी इतना बढ़ सकता है इसका कभी अंदाजा नहीं था। घर और दुकानों में पानी भरने से हुए नुकसान ने उन्हें बर्बाद कर दिया है। स्टेशनरी के व्यापारी गोविंद सिंह ने दुकान में गल चुकी किताबें और काॅपियां बाहर फेंकते हुए कहा कि देखते ही देखते सबकुछ तबाह हो गया। वहां खाद के एक व्यापारी ने बताया कि दुकान में रखी यूरिया की बोरियां पानी में मिल गईं। बिरला ने कहा कि सर्वे करवाकर लोगों को मुआवजा दिलवाने के प्रयास किए जाएंगे।

लोगों के लिए भोजन का इंतजाम: लोकसभा अध्यक्ष बिरला सांगोद में पानी भरने के कारण हुए नुकसान पर दिल्ली से ही नजर रखे हुए थे। उन्होंने सांगोद पहुंचने से पहले ही पूर्व विधायक हीरालाल नागर से कहकर सड़क और झौंपड़ियों में रहने लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था करवा दी थी। चर्चा के दौरान जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कुछ और लोगों के भोजन की व्यवस्था का आग्रह किया। इस पर बिरला ने मौके पर ही पूर्व विधायक नागर को हालात सामान्य होने तक सभी जरूरतमंद लोगों की व्यवस्था करने को कहा।

एनडीआरएफ-एसडीआरएफ के अधिकारियों से की बात : निरीक्षण के बाद लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के अधिकारियों से बात कर बचाव कार्यों की समीक्षा की। अधिकारियों ने बिरला को बताया कि रात को सूचना मिलने बाद पहुंची एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें 50 से अधिक लोगों को रेस्क्यू कर चुकी हैं। इसके अलावा आमजन और व्यापारियों के बचे हुए सामान को भी सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने में दोनों टीमों के लोग मदद कर रहे हैं। 

केशवरायपाटन में मृतकों के परिजनों को बंधाया ढांढस
सांगोद के बाद लोकसभा अध्यक्ष बिरला सीधे केशवरायपाटन पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे पहले पिछले दिनों मकान धंसने से हुए हादसे में मृत सात लोगों को श्रद्धासुमन अर्पित किए तथा उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। बिरला ने परिजनों से कहा कि अचानक हुए इस हादसे ने उनके परिवारों की खुशियां उजाड़ दी है। 
हादसे में बच्चों से उनके माता-पिता छीन लिए। दुख की इस घड़ी में वे उनके साथ खड़े है। उनका प्रयास रहेगा कि इन परिवारों को आत्मनिर्भर बनाएं। हादसे में उनके घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। सरकारी योजनाओं व जनसहयोग से उनके लिए छप्पर की व्यवस्था की जाएगी। 

पीड़तों को आपदा प्रबंधन कोष से 4 लाख का मुआवजा
उन्होंने परिजनों को आश्वस्त किया कि जल्द ही आपदा प्रबंधन कोष से 4 लाख तथा प्रधानमंत्री राहत कोष से दो लाख तथा मुख्यमंत्री कोष से एक लाख रुपए का मुआवजा उन्हें जल्द मिल जाएगा। उन्होंने भी अपनी ओर से प्रत्येक मृतक के परिजन को 15 हजार रुपए दिए हैं। उन्होंने विधायक चंद्रकांता मेघवाल और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ दुर्घटना स्थल का भी दौरा किया तथा अन्य वर्षा प्रभावित क्षेत्रों में भी गए। उन्होंने लोगों से बात कर पानी भरने का कारण जाना तथा अधिकारियों को कमियों को दूर करने के लिए भी कहा।