AGR मामला/ वोडाफोन आइडिया डूबने के कगार पर

734

नई दिल्ली। AGR के बोझ तले दबी वोडा-आइडिया की हालत बहुत खराब होती चली जा रही है। उसकी हालत ऐसी हो गई है कि उसे एजीआर की रकम चुकानी होगी या कारोबार बंद करना पड़ सकता है। कंपनी ने सोमवार को 2,500 करोड़ रुपये तथा शुक्रवार तक 1,000 करोड़ रुपये और चुकाने का प्रस्ताव सुप्रीम कोर्ट के सामने रखा था, लेकिन कोर्ट ने यह अनुरोध ठुकरा दिया।

साथ ही इस गुजारिश को भी ठुकरा दिया कि टेलिकॉम डिपार्टमेंट को उसके खिलाफ बैंक गारंटी भुना लेने जैसे कदम उठाने से रोका जाए। अब, अगर DoT ने ऐसा कदम उठाया तो मुश्किल में फंसी इस कंपनी का बोरिया-बिस्तर बंध सकता है।

भरो या मरो
कोर्ट में सोमवार को वोडाफोन आइडिया का पक्ष रखने वाले सीनियर वकील मुकुल रोहतगी ने एक टीवी चैनल से कहा, ‘अगर बैंक गारंटी भुना ली गई तो कंपनी को कारोबार बंद करना पड़ जाएगा। उम्मीद है कि लोग समझदारी से काम लेंगे।’ सूत्रों ने बताया कि दूरसंचार विभाग इस बात पर विचार कर रहा है कि दूरसंचार लाइसेंस पाते समय कंपनियों ने जो बैंक गारंटी दी थी, उसे अजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) से जुड़ा बकाया नहीं चुकाने पर भुना लिया जाए।

बकाया भुगतान की 23 जनवरी की डेडलाइन मिस करने पर कंपनियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने का आदेश देने वाले विभाग को पिछले सप्ताह शुक्रवार को कोर्ट ने लताड़ लगाई थी। अधिकारियों ने कहा कि विभाग 17 मार्च से पहले बैंक गारंटी भुनाए जा सकने के बारे में कानून मंत्रालय की राय ले रहा है।

कर्ज बड़ा पर कमाई?
DoT के मुताबिक, वोडाफोन आइडिया पर अनुमानित 53 हजार करोड़ रुपये का बकाया है। हालांकि, कंपनी का कहना है कि उसके सेल्फ असेसमेंट के हिसाब से उसपर 18000 से 23000 करोड़ रुपये का बकाया है। वहीं दिसंबर तिमाही में उसे 6439 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। लगातार तीसरी बार कंपनी को घाटा है। दिसंबर 2019 तक कंपनी के पास सिप्फ 12530 करोड़ रुपये कैश था और इतना ही रिज़र्व। कंपनी पर कुल 1.2 करोड़ रुपये का कर्ज है और कर चुकाने के सारे विकल्प खत्म होते जा रहे हैं।

डूब जाएगा बैंकों का पैसा?
कंपनी की मौजूदा हालत को देखते हुए बड़े पैमाने पर जॉबलॉस का खतरा मंडरा रहा है। साथ ही उसके सब्सक्राइबर्स भई कम हो सकते हैं। लेकिन, सबसे ज्यादा घाटा सरकार और बैंकों को हो सकता है। गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एसबआई(11200 करोड़), इंडसइंड बैंक(3995 करोड़ रुपये), आईडीएफसी फर्स्ट बैंक(2500 करोड़), आईसीआईसीआई बैंक(1725 करोड़) और पंजाब नैशनल बैंक(10277.7 करोड़) ने वोडा आइडिया को बड़े कर्ज दिए हुए हैं।