नई दिल्ली। पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत अगली 2000 रुपये की किस्त किसानों के खाते में दिसंबर में आने की संभावना है। वहीं, अब केंद्र और राज्य सरकार फर्जीवाड़ा करने वाले किसानों से पैसे वसूलने की तैयारी कर रही है। बता दें कि महाराष्ट्र में इनकम टैक्स चुकाने वाले लाखों किसानों को पीएम किसान सम्मान योजना के तहत सालाना 6000 रुपये दे दिए गए। जबकि, इस योजना का लाभ केवल वही किसान उठा सकते हैं, जिनके पास अपनी जमीन है और वे इनकम टैक्स नहीं भरते हैं। इसका लाभ उन किसानों को भी नहीं मिलेगा, जिन्हें 10 हजार रुपये मासिक पेंसन या डिविडेंड मिलता है।
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में ऐसे 2.30 लाख किसानों को सम्मान निधि का भुगतान कर दिया गया है, जो टैक्स भरते हैं। जांच में यह मामला सामने आया है कि ऐसे किसानों को कुल 208.5 करोड़ रुपये दे दिए गए। अब सरकार इनसे इस राशि वसूलने जा रही है। टीओआई में छपी खबर के मुताबिक, महाराष्ट्र के एग्रीकल्चर सेंसस के डिप्टी कमिश्नर विनय कुमार अवाटे ने बताया कि इन किसानों ने जानबूझकर या फिर अनजाने में यह पैसा ले लिया। इसकी जांच अभी चल रही है। उन्होंने कहा, पीएम किसान योजना विभाग ने जांच मे पाया कि ये किसान योजना का लाभ लेने के हकदार नहीं हैं। ऐसे किसानों की पूरी जानकारी राज्य सरकार को भेजी गई है, ताकि उनसे पैसों की वसूली की जा सके।
सबसे अधिक किसान सतारा जिले से
महाराष्ट्र में अब तक 264 किसानों ने 24.8 लाख रुपये वापस किए हैं। गलत तरीके से राशि पाने वालों में सबसे अधिक किसान सतारा जिले से हैं, यहां के 19,289 किसानों से वसूली की प्रक्रिया शुरू की गई है। पुणे के 16101, जलगांव के 13942, सोलापुर के 13793, कोल्हापुर के 13061 और नासिक के 12054 किसानों से पीएम किसान सम्मान निधि योजना की राशि वसूली जाएगी। ये दिसंबर 2018 से ही ऐसी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं जो गरीब किसानों के लिए है।