अडवांस टैक्स कलेक्शन (व्यक्तिगत इनकम टैक्स) में 41.79 फीसदी का इजाफा हुआ है
नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2016-17 में 2.82 करोड़ लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किया है। टैक्स डिपार्टमेंट ने सोमवार को बताया कि नोटबंदी के बाद रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या में 25 फीसदी का इजाफा हुआ है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘नोटबंदी और ऑपरेशन क्लीन मनी का नतीजा है कि इनकम टैक्स रिटर्न फाइलिंग में काफी वृद्धि हुई है।’व्यक्तिगत आईटीआर फाइलिंग में 25.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 5 अगस्त तक 2.79 करोड़ रिटर्न्स प्राप्त किए गए, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह संख्या 2.2 करोड़ थी।
इस साल बढ़ाई गई डेडलाइन खत्म होने तक 2.82 करोड़ से अधिक रिटर्न्स फाइल हुए, जबकि पिछली बार यह आंकड़ा 2.26 करोड़ था। इसमें 24.7 फीसदी का इजाफा हुआ है।
पिछले साल वृद्धि दर 9.9 फीसदी थी। व्यक्तिगत और एचयूएफ (हिंदू अनडिवाइडेड फैमिली) के लिए इनकम टैक्स फाइल करने की आखिरी तारिख 5 अगस्त थी।
वित्त मंत्रालय ने कहा कि आईटीआर में इस इजाफे से पता चलता है कि नोटबंदी के बाद बड़ी संख्या में लोगों को टैक्स के दायरे में लाया जा सका है।
नोटबंदी का असर डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में भी देखा जा सकता है। 5 अगस्त तक के आंकड़े बताते हैं कि अडवांस टैक्स कलेक्शन (व्यक्तिगत इनकम टैक्स) में 41.79 फीसदी का इजाफा हुआ है।