नई दिल्ली। लद्दाख में भारत और चीनी सैनिक झड़प पर आखिरकार प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से ट्वीट आ गया है। इसमें बताया गया कि 19 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक सर्वदलीय बैठक करेंगे, इसमें विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के अध्यक्षों को बुलाया गया है। मीटिंग में भारत-चीन बॉर्डर की ताजा स्थिति पर चर्चा होगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय के ट्वीट में बताया गया कि यह बैठक 19 जून को शाम पांच बजे होगी। यह सर्वदलीय बैठक कोरोना वायरस महामारी की वजह से वर्चुअल ही होगी। मीटिंग में किस-किस पार्टी को बुलाया जाएगा ऐसा कुछ अभी नहीं बताया गया है।
जवानों की शहादत देश नहीं भूलेगा
गलवान घाटी की हिंसक झड़प पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का पहला बयान भी आज आया है। राजनाथ सिंह ने लिखा, ‘गलवान में सैनिकों की शहादत बेहद दुखद और परेशान करनेवाली है। जवानों ने बहादुरी दिखाते हुए अपने फर्ज को निभाया और शहीद हो गए।’ राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि देश जवानों की शहादत को कभी नहीं भूलेगा और मैं शहीदों के परिवार के साथ हूं। मुश्किल वक्त में देश कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। हमें भारतीय सैनिकों की बहादुरी पर गर्व है।
LAC पर भारत-चीन सैनिकों की झड़प पर अमेरिका की नजर, बोला- उम्मीद है शांतिपूर्ण समाधान निकलेगापूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं के बीच हुई हिंसक झड़प पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें टिकी हुई हैं। संयुक्त राष्ट्र के बाद अब अमेरिका ने ‘शांतिपूर्ण समाधान’ की उम्मीद जताई है। अमेरिका के गृह विभाग ने हिंसा में शहीद हुई भारत के जवानों के परिवारों से संवेदना प्रकट की है। बता दें कि लद्दाख में हुई हिंसा में भारत के 20 जवान शहीद हो गए जबकि चीन के भी 43 सैनिक हताहत हुए हैं।
लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात भारत और चीनी सैनिकों के बीच खूनी संघर्ष हुआ था। इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए। इसमें कर्नल रैंक के अधिकारी संतोष बाबू भी शामिल थे। वहीं चीन के 40 जवान हताहत होने की खबर है। लेकिन उसने आंकड़ा अभी छिपा रखा है। यह संघर्ष ऐसे वक्त में हुआ जब दोनों देशों के बीच बॉर्डर पर तनाव कम करने के लिए बातचीत चल रही थी।
सोमवार सुबह ब्रिगेड कमांडर लेवल के साथ लोकल कमांडर लेवल की मीटिंग हुई। कमांडिंग अफसर (कर्नल) ने चीन के लोकल कमांडर से बात की। शाम को भारतीय सेना के ऑफिसर टीम के साथ गलवान वैली में पीपी-14 पहुंचे जहां से चीनी सैनिकों को पीछे हटना था। ऐसा बातचीत में तय हुआ था। तब वहां 10-12 चीनी सैनिक थे। अचानक बहुत से सैनिक आए। भारतीय ऑफिसर और उनके दो जवानों पर पत्थरों और लोहे की रॉड से हमला बोल दिया। भारतीय सैनिक चौंक गए और इसका जवाब दिया गया। भारी संख्या में भारतीय सैनिक भी उस पॉइंट पर पहुंचे और आधी रात तक हिंसक झड़प चलती रही।