नई दिल्ली। सरकारी कंपनी गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। कंपनी की इश्यू के जरिए 340 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है। कंपनी रक्षा क्षेत्र की जहाज बनाती है। यह भारतीय नौसेना के पोतों से लेकर व्यापारिक जलपोतों तक का निर्माण व मरम्मत करती है।
सरकार आईपीओ के जरिए 25 फीसदी हिस्सेदारी बेच रही है। इस फिस्कल में यह तीसरा सरकारी कंपनी का आईपीओ है। गार्डन रीच का आईपीओ 24 सितंबर को खुलकर 26 सितंबर को बंद होगा। अगर आप भी आईपीओ में निवेश का मन बना रहे हैं तो पहले जरूरी बातें जान लें….
प्राइस बैंड
इस इश्यू का प्राइस बैंड 115 से 118 रुपए प्रति शेयर तक किया गया है। मिनिमम 120 शेयरों और उसके बाद 120 शेयरों के गुणक में बोलियां लगाई जा सकती हैं। रिटेल इन्वेस्टर्स को 5 रुपए प्रति शेयर का डिस्काउंट मिलेगा।
345 करोड़ का आईपीओ
कंपनी में 25 फीसदी हिस्सेदारी बिक्री से सरकार को 345 करोड़ रुपए मिलने की उम्मीद है। IDBI बैंक और यस सिक्युरिटीज आईपीओ के मैनेजर हैं।
कंपनी का बिजनेस
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स रक्षा क्षेत्र के लिए शिपयार्ड बनाती है। कंपनी ने अपने इंफ्रास्ट्रक्चर का मॉडर्नाइज्ड किया है। सरकार से कंपनी को अच्छा ऑर्डर मिलात है। 2013 में कंपनी ने नया इंटीग्रेटेड शिपबिल्डिंग फसेलिटी डेवलप किया है।
इसके अलावा मेगा ब्लॉक इंटीग्रेशन के लिए यह नया हुल शॉप, मॉड्यूल शॉप, ड्राई डॉक और बिल्डिंग बर्थ बनाया है। कंपनी ने 11 जून 2018 को तरातला यूनिट में मॉर्डन पम्प टेस्ट बेड फसेलिटी का उद्घाटन किया है।
20,313 करोड़ का ऑर्डर बुक
कंपनी भारतीय नौसेना और कोस्ट गार्ड की जरूरतों को पूरा करती है। कंपनी के पास 20,313.6 करोड़ रुपए का ऑर्डर बुक है जो ज्यादातर रक्षा मंत्रालय से मिला है। 20,313.6 करोड़ के ऑर्डर में 19,300 करोड़ रुपए का तीन P17A-क्लास फ्रीगेट्स का अकेला ऑर्डर है।
अप्रैल 2023 में पहला P17A-क्लास फ्रीगेट्स ऑर्डर की डिलिवरी मिलने की उम्मीद है और बाकी की डिलिवरी 2025 तक होगी। फाइनेंशियल ईयर 2018 में कंपनी का रेवेन्यू 1346.5 करोड़ रुपए था। कंपनी 4 सर्वे वेसेल्स और 8 एंटी-सबमरीन वारफेयर शैलो वाटर क्राफ्ट (ASWSWC) के 6000 करोड़ रुपए के ऑर्डर के लिए L1 बिडिर रही थी। मैनेजमेंट को अगले 9 वर्षों में इंडियन नेवी से नॉमिनेशन बेसिस और कम्पीटिटिव बिडिंग के जरिए 4.5 लाख करोड़ रुपए के ऑर्डर मिलने की उम्मीद है।
निवेश पर राय
ब्रोकरेज हाउस जीईपीएल कैपिटल ने गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड के आईपीओ को सब्सक्राइब करने की सलाह दी है। ब्रोकरेज हाउस के अनुसार ज्यादा रिपेयर वर्क मिलने पर फोकस बढ़ाने और रेट्रोफिट वर्क और लोअर मैटेरियल कॉस्ट से कंपनी का मार्जिन बूस्ट होगा। शिप रिपेयर कम रेट्रोफिट सेगमेंट में मार्जिन 25-27 फीसदी है।