छोटी इलायची की नई फसल की आवक शुरू, पैदावार में कमी की संभावना

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नई दिल्ली । उत्पादक केन्द्रों पर नए मालों की आवक धीरे-धीरे बढ़ने एवं लोकल एवं निर्यातक मांग कम बनी रहने के कारण विगत कुछ समय से छोटी इलायची की कीमतों में मंदा बना हुआ है। विगत एक सप्ताह के दौरान कीमतों में 40/50 रुपए मंदा दर्ज किया जा चुका है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए अभी बाजार में तेजी की संभावना भी नहीं है। क्योंकि आगामी दिनों में नए मालों की आवक बढ़नी शुरू हो जाएगी।

उत्पादन अनुमान: हाल ही में केरल में अच्छी बारिश हो रही है लेकिन अभी तक फसल को कोई नुकसान के समाचार नहीं है लेकिन मार्च-अप्रैल माह में बारिश की कमी के कारण छोटी इलायची के पौधे सूख गए थे। जिस कारण से फसल को 20/25 प्रतिशत तक नुकसान होने के अनुमान लगाए गए थे। वर्तमान में अभी तक मौसम फसल के अनुकूल बना हुआ है अगर आगामी एक सप्ताह तक बारिश का दौर बना रहता है तो छोटी इलायची को नुकसान होने की संभावना है।

उल्लेखनीय है कि गत वर्ष 2023 के दौरान देश में हरी इलायची का उत्पादन 28/30 हजार टन का रहा था जोकि इस वर्ष घटकर 20/22 हजार टन रहने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि छोटी इलायची का उत्पादन केरल, तमिलनाडु में होता है। केरल में कुल उत्पादन में 70/75 प्रतिशत का योगदान रहता है। भारत वर्ष के अलावा छोटी इलायची का उत्पादन ग्वाटेमाला में भी होता है ग्वाटेमाला में नए छोटी इलायची की आवक दिसम्बर माह में शुरू होती है।

भाव का अनुमान :सूत्रों का कहना है कि बारिश की कमी के कारण छोटी इलायची की पहली पीकिंग प्रभावित हुई है जबकि अन्य आने वाली पीकिंग अच्छी आने की संभावना है। छोटी इलायची की फसल 5/6 पीकिंग में आनी है। आगामी दिनों में दूसरी पीकिंग शुरू हो जाने के पश्चात वर्तमान कीमतों में और गिरावट आ सकती है। अभी हाल-फिलहाल तेजी की संभावना नहीं है बशर्ते आगामी दिनों में मौसम फसल के अनुकूल रहे।

निर्यात: मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-मई 2024 के दौरान छोटी इलायची के निर्यात में वृद्धि दर्ज की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अप्रैल-मई – 2023 में छोटी इलायची का निर्यात 738.82 टन का हुआ था जोकि चालू सीजन अप्रैल-मई 2024 में बढ़कर 1277.06 टन का हो गया। वर्ष 2023-24 (अप्रैल-मार्च) के दौरान छोटी इलायची का निर्यात 6168 टन का हुआ जबकि वर्ष 2022-23 में निर्यात 7352 टन का रहा था।