आरएएस अधिकारी 8 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, जानिए क्या है मामला

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जयपुर। राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो यानी एसीबी ने आरएएस अधिकारी आकाश रंजन को 8 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। जयपुर एसीबी की टीम ने यह कार्रवाई की है। एसीबी से जुड़े सूत्रों के अनुसार रिश्वत का यह मामला साल 2017 से चल रहा था। जिस पर आकाश रंजन के खिलाफ कोर्ट ने वारंट भी जारी किया था, लेकिन उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका था। अब आकाश रंजन को अलवर कोर्ट में पेश किया जाएगा।

आकाश रंजन उस वक्त तहसीलदार के पद पर था, लेकिन अब वह एडिशनल कमिश्नर के पद पर जयपुर में कार्यरत है। मामले के मुताबिक वर्ष 2017 में तिजारा निवासी परिवादी चन्दर सिंह ने एसीबी चौकी अलवर में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें पिता की जमीन के वसीयतनामा के आधार पर इन्तकाल के मालमे में उस वक्त तहसीलदार तिजारा आकाश रंजन ने फैसला कराने की एवज में रिश्वत की मांग की थी।

चन्दर सिंह ने 19 जुलाई 2017 को एसीबी चौकी अलवर में जाकर शिकायत की थी। जिसमें कहा गया था वसीयतनामा पर फैसले के लिए तहसीलदार तिजारा और उसके कार्यालय के सहायक कार्यालय अधीक्षक ने रिश्वत की मांग की थी। रिश्वत की मांग का सत्यापन करवाया गया तो पाया गया की तहसीलदार के नाम से 8000 रुपये की रिश्वत मांगी गई है। 20 जुलाई 2017 को ट्रैप कार्रवाई कर आरोपी मानसिंह दलाल की जेब से रिश्वत के 8000 रुपये बरामद की गई। उसी समय मानसिंह दलाल और राधेश्याम को गिरफ्तार किया गया।

वहीं जब आकाश रंजन भी रिश्वत मांगने और प्राप्त करने में सम्मिलित होना पाया गया, उसे भी पकड़ने के लिए ट्रैप कार्रवाई की गई लेकिन वह मौके से फरार हो गया। इस मामले में आगे की कार्रवाई हुई और 16 फरवरी 2022 को चार्टशीट दाखिल किया गया। आकाश रंजन को नोटिस जारी किया। लेकिन इसके बावजूद वह कोर्ट में पेश नहीं हुआ।

इसके बाद उसके खिलाफ कोर्ट द्वारा वारंट जारी किया गया। इस वारंट पर कार्रवाई कर अब एसीबी की टीम ने 15 जुलाई 2024 को आकाश रंजन को गिरफ्तार किया है। आकाश रंजन अब सहायक आयुक्त (एडिशनल कमिश्नर) देवस्थान विभाग जयपुर में कार्यरत है। उसे पुलिस ने मेरी गोल्ड पब्लिश स्कूल पीपली सीकर रोड जयपुर से गिरफ्तार किया है। अब उसे अलवर कोर्ट में पेश किया जाएगा।