25 करोड़ की लागत से सितंबर के अंत में प्रारम्भ होगा कार्य
कोटा। कोचिंग क्षेत्र इंद्र विहार, राजीव गांधी नगर व तलवंडी के निवासियों को नए वर्ष से पेयजल की समस्या से पूरी तरह निजात मिल जाएगी। स्पीकर ओम बिरला के प्रयासों से स्मार्ट सिटी मिशन के अन्तर्गत पेयजल आपूर्ति लिए 25 करोड़ की लागत से टंकी व पाइपलाइन डालने का कार्य इसी माह के अंत में शुरू होगा।
शुक्रवार को लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी में पीएचइडी व जल जीवन मिशन से संबंधित कार्यों की समीक्षा की। पीएचइडी अधिकारियों ने कोटा व बूंदी में पेयजल संबंधित निर्माण कार्यों की प्रगति की जानकरी दी। जलदाय विभाग द्वारा कोचिंग क्षेत्र में निर्माण कार्य की टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। दोनों ही जगहों पर कुल 4850 किलो लीटर क्षमता की टंकियों का निर्माण होगा।
इन्हें श्रीनाथुपरम में निर्माणाधीन फिल्टर प्लांट से 15 एमएलडी पानी उपलब्ध करवाया जाएगा। साथ ही क्षेत्र में पेयजल वितरण के लिए नई पाइपलाइन भी बिछाई जाएगी। इससे पानी दबाव के साथ घरों तक पहुंचेगा। जल विभाग के अनुसार 7-8 माह में निर्माण पूरा हो जाएगा। नए वर्ष में नए कोटा के कोचिंग क्षेत्र में शुद्ध पेयजल आपूर्ति शुरू हो जाएगी, जिसका फायदा यहां स्थानीय निवासियों सहित बड़ी संख्या में रह रहे कोचिंग विद्यार्थियों को भी मिलेगा।
गौरतलब है कि लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के निर्देश दिल्ली में आयोजित स्मार्ट सिटी मिशन की बैठक में कोटा दक्षिण क्षेत्र में पेयजल वितरण की समस्या को गंभीर मानते हुए यहां ओवरहेड टैंक के निर्माण तथा पेयजल अपूर्ति के लिए लाइन बिछाने के का निर्णय हुआ था। जलदाय विभाग को नोडल एजेंसी बनाते हुए स्मार्ट सिटी मिशन द्वारा 25 करोड़ रूपए का बजट आवंटित किया था।
नई पाइपलाइन बिछाएगा विभाग
घरों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए प्रोजेक्ट के तहत राजीव गांधी नगर में 2000 किलो लीटर तथा इंद्र विहार में 2850 किलो लीटर के ओवर हेड वाटर टैंक बनाए जाएंगे। दोनों टंकियों को भरने के लिए श्रीनाथपुरम में निर्माणाधीन 50 एमएलडी के फिल्टर प्लांट से 15 एमएलडी पानी मिलेगा। इसके अलावा वहां बिछी पेयजल आपूर्ति की लाइनें अब जीर्ण-शीर्ण हो चुकी हैं। उनकी जगह नई डीआई के-7 लाइनें बिछाई जाएंगी, जिससे आने वाले कई दशकों तक कोई परेशान नहीं आएगी।