कोटा। JEE Mains 2023 NTA Rank Score AIR : इस वर्ष रिजल्ट में ऑल इंडिया रैंक पर एक ही विद्यार्थी रहेगा, क्योंकि दो विद्यार्थियों के एनटीए स्कोर में टाई लगने पर ऐसे मापदंड तय किए गए हैं कि एक से अधिक विद्यार्थियों की ऑल इंडिया रैंक-1 आना संभव नहीं है। याद दिला दें कि जेईई मेन 2021 के रिजल्ट में ऑल इंडिया रैंक-1 पर 18 विद्यार्थी रहे थे।
करिअर काउंसलर और जेईई मेन एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि जेईई मेन जनवरी अटेम्प्ट में कुछ विद्यार्थी ऐसे भी हैं जिनके 300 में से 300 अंक के परफेक्ट स्कोर आ रहे हैं। ऐसे ही अप्रैल सेशन में भी कुछ विद्यार्थी ऐसे हो सकते हैं, जिनका 300 में से 300 अंक हों। इन विद्यार्थियों के ऑल इंडिया रैंक निकालने के लिए सबसे अंतिम मापदंड के रूप में आयु एवं जेईई मेन आवेदन क्रमांक का आरोही क्रम ही निर्धारण होगा।
ऐसे में जिन विद्यार्थियों के 300 अंक आने के साथ-साथ 100 पर्सेन्टाइल भी है, उन विद्यार्थियों की शीर्ष ऑल इंडिया रैंक आयु एवं जेईई मेन आवेदन क्रमांक के आधार पर जारी की जाएगी। ऐसे में यह संभावना बिल्कुल न्यूनतम हो जाती है कि दो विद्यार्थियों की आयु के साथ आवेदन क्रमांक भी समान हो।
एआईआर निर्धारण के मापदंड
- यदि दो विद्यार्थियों के टोटल एनटीए स्कोर समान आते हैं तो ऑल इंडिया रैंक निर्धारण में सर्वप्रथम मैथेमेटिक्स का एनटीए स्कोर देखा जाएगा।
- यह समान होने पर फिजिक्स के स्कोर को प्राथमिकता दी जाएगी।
- इसके बाद केमिस्ट्री का एनटीए स्कोर कंसीडर किया जाएगा।
- इसके बावजूद वहीं स्थिति रहती है तो फिर सही और गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात देखा जाएगा।
- इस स्थिति में टाई लगने पर विषयवार मैथेमेटिक्स के सही व गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात देखा जाएगा।
- यहां भी टाई लगने पर फिजिक्स के सही और गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात कंसीडर किया जाएगा।
- उसमें टाई लगने पर केमिस्ट्री के सही एवं गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात देखा जाएगा।
- उपरोक्त सभी मापदंडों में भी टाई लगने की स्थिति में जिस विद्यार्थी की आयु ज्यादा होगी, उसे ऑल इंडिया रैंक में प्राथमिकता दी जाएगी।
- आयु के मापदंड के स्तर पर ही भी यदि टाई की स्थिति बनती है तो आवेदन क्रमांक के आरोही क्रम को प्राथमिकता दी जाएगी।