स्टोन व्यवसाय को सरकारी स्तर पर प्रोत्साहन की जरूरत: कोटा व्यापार महासंघ

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भारी मंदी के दौर से गुजर रहा है स्टोन व्यवसाय

कोटा। स्टोन मर्चेंट विकास समिति ने रविवार को कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी के साथ एक बैठक कर कोटा एवं सैण्ड स्टोन व्यवसाय में चल रही मंदी एवं परेशानियों को लेकर चर्चा की।

कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि एक समय था जब कोटा स्टोन एवं सेंड स्टोन कोटा की अर्थव्यवस्था को रीड की हड्डी हुआ करती थी। इससे लाखों लोगों को रोजगार मिलता था। इसका हजारों करोड़ का सालाना टर्नओवर था। कोटा से पूरे विश्व में निर्यात होता था।

कोरोना के बाद एवं रूस -यूक्रेन युद्ध के चलते यह व्यवसाय बर्बादी के कगार पर खड़ा है। इसे सरकारी स्तर पर प्रोत्साहन की जरूरत है। राज्य सरकार राज्य में होने वाले विकास कार्य में इस के उपयोग को अनिवार्य करते हुए इसे रुग्ण उद्योग घोषित कर विशेष पैकेज दे । माहेश्वरी ने कहा कि पत्थर व्यवसाई इस बात से व्यथित हैं कि सरकारी स्तर पर इतने बड़े कोटा स्टोन एवं सेंड स्टोन की अनदेखी की जा रही है।

स्टोन मर्चेंट विकास समिति के अध्यक्ष गणेश गुप्ता एवं महासचिव राकेश पाटोदी ने बताया कि रामनगर पत्थर मण्डी अभी तक विकसित नहीं हो पा रही है। इस व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए यहां आयात-निर्यात जॉन की स्थापना हो और कोटा में स्टोन मार्ट का आयोजन किया जाए। साथ ही विदेशों में आयोजित स्टोन मार्ट में भाग लेने वाले उद्यमियों को सरकारी स्तर पर प्रोत्साहन दिया जाए। वर्तमान में मंदी के चलते इसके मूल्यों में भी भारी गिरावट आई है, जिससे व्यवसाय भारी घाटे के दौर से चल रहा है।

कोटा व्यापार महासंघ अध्यक्ष क्रांति जैन और महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि कोटा स्टोन सैन्ड स्टोन उद्योग को पुनःजीवित करने के लिए सार्थक प्रयास किए जाने का भरोसा दिलाया।