5 लाख करोड़ की इकॉनमी का लक्ष्य चुनौती, मिलकर पूरा करेंगे: पीएम मोदी

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नई दिल्ली। भारत को साल 2024 तक 5 लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य बड़ी चुनौती है, लेकिन इसे हासिल किया जा सकता है। यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीति आयोग की बैठक में कही है। नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की पांचवीं बैठक दिल्ली में हो रही है। इस बैठक में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव को छोड़कर सभी राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद थे।

इस बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार के मंत्र ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ पर भी जोर दिया। पीएम ने हाल के लोकसभा चुनाव को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक अभ्यास बताते हुए कहा कि अब यह सही समय है कि देश का हर नागरिक भारत के विकास के लिए काम करे।

पीएम ने कहा कि अब हम ऐसे सिस्टम की तरफ बढ़ रहे हैं, जिसमें परफॉर्मेंस, पारदर्शिता और डिलीवरी पर ज्यादा जोर है। नीतियों को जमीन पर उतारना बेहद जरूरी है। पीएम ने कहा, ‘मैं गवर्निंग काउंसिल से अपील करता हूं कि वे ऐसा तंत्र बनाने में मदद करें, जिसमें लोगों का भरोसा भी हो।’

पीएम ने गरीबी, बेरोजगारी, सूखा, बाढ़, प्रदूषण, भ्रष्टाचार और हिंसा के खिलाफ मिलकर लड़ने को कहा है। पीएम मोदी ने कहा कि 2024 तक भारत को 5 लाख करोड़ रुपये की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य चुनौतीपूर्ण है, लेकिन इसे निश्चित तौर पर हासिल किया जा सकता है। पीएम ने इस संबंध में राज्यों से जिला स्तर से जीडीपी बढ़ाने के लिए टारगेट सेट करने को कहा है।

देश के कई हिस्सों में सूखे की समस्या पर भी गवर्निंग काउंसिल में पीएम मोदी ने मिलकर काम करने को कहा है। पीएम ने कहा कि हाल ही में बनाया गया जल शक्ति मंत्रालय इसके लिए एक खाका तैयार करेगा। राज्य भी अपने स्तर पर जल संरक्षण और प्रबंधन को लेकर योजना बनाएं।

प्रधानमंत्री ने नीति आयोग का पुनर्गठन किया
प्रधानमंत्री ने 6 जून को ही नीति आयोग का पुनर्गठन किया था। राजीव कुमार आयोग के दोबारा उपाध्यक्ष बनाए गए। इसके अलावा वीके सारस्वत, वीके पॉल और रमेश चंद को फिर से सदस्य चुना गया। गृह मंत्री अमित शाह पदेन सदस्य हैं। शाह के अलावा राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पदेन सदस्य के तौर पर शामिल हैं। योजना आयोग के स्थान पर 1 जनवरी 2015 को नीति आयोग का गठन किया गया था।