हलवा सेरेमनी के साथ आज से शुरू होगी बजट की छपाई

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नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2020-21 के आम बजट की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। एजेंसी की खबर के अनुसार सोमवार को हलवा बनाने की रस्म निभाई जाएगी। इस रस्म के बाद बजट की छपाई का कार्य औपचारिक रूप से शुरू हो जाता है। इस बार आम बजट 1 फरवरी 2020 को शनिवार को पेश किया जाएगा।

सोमवार को हलवा बनाने की रस्म में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण समेत कई अन्य मंत्री और वित्त मंत्रालय के अधिकारी शामिल रहेंगे। हलवा तैयार होने के बाद इसका वितरण वित्त मंत्री समेत अन्य मंत्रियों और अधिकारियों में होता है। सामान्य तौर पर हलवा बनाने की रस्म में बजट निर्माण में लगे अधिकारी ही शामिल होते हैं।

बजट तक कैद हो जाएंगे 50 लोग
हलवा बनने के बाद से मंत्रालय के 50 से अधिक लोग बजट बनाने में दिन-रात लग जाते हैं। बजट पेश होने से लगभग एक सप्ताह पहले से तो इन लोगों को 24 घंटे नॉर्थ ब्लॉक में ही गुजारना पड़ता है। एक बार कैद होने के बाद वित्त मंत्री द्वारा लोक सभा में बजट पेश करने के बाद ही इन्हें नॉर्थ ब्लॉक से बाहर जाने की इजाजत मिलती है। इस बार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को लोकसभा में बजट पेश करेंगी।

सुबह और शाम तक का पता नहीं होता इन्हें
इस बार हलवा सेरेमनी बजट से 10 दिन पहले हो रही है। बजट निर्माण में शामिल लोगों को सुबह शाम का पता नहीं होता। ये सभी घर-परिवार दुनिया से दूर देश का बजट छाप रहे होते हैं। अमूमन यह काम वित्त मंत्रालय के बेसमेंट में होता है। पिछले कई सालों से बजट छापने का काम यही होता है। इसलिए बेसमेंट की सुरक्षा सीमा की सुरक्षा जैसी दिखने लगती है। वर्ष 1980 से नार्थ ब्लाक के बेसमेंट में बजट छापने का काम किया जा रहा है।

बजट भाषण के बाद ही आएंगे बाहर
बजट छपाई का अनुभव ले चुके वित्त मंत्रालय के एक कर्मचारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि संसद में बजट भाषण शुरू होते ही यहां कैद कर्मचारी बैग लेकर तैयार हो जाते हैं। बजट भाषण खत्म होते ही इन्हें मंत्रालय से बाहर जाने की इजाजत मिल जाती है। फिर ये नहीं रूकते। छपाई के अंतिम चार-पांच दिन तो इन्हें घर से भी संपर्क की इजाजत नहीं होती। इनके घर में कोई इमरजेंसी हो जाए तो उन्हें मंत्रालय के लैंडलाइन पर फोन करने की इजाजत होती है। लेकिन बातचीत निगरानी में होती है। उस बात की रिकॉर्डिंग तक की जाती है।