हर हर महादेव के जयकारों के साथ निकली 7 किमी मार्ग में भव्य शोभायात्रा

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पं. प्रदीप मिश्रा की देवशिव महापुराण कथा कल से

कोटा। Devshiv Mahapuran katha: अन्तर्राष्ट्रीय कथावाचक कुबेरेश्वर धाम के पं. प्रदीप मिश्रा (Pt. Pradeep Mishra) के श्रीमुख से कोटा में 1 से 5 अक्टूबर तक पितृ पक्ष में देवशिव महापुराण कथा का आयोजन होगा। कथा से पूर्व शनिवार को भव्य शोभायात्रा निकाली गई।

विधायक संदीप शर्मा, संजय शर्मा, गीता शर्मा, मीनू शर्मा ने देवशिव महापुराण का पूजन कर कलश यात्रा को श्रीनाथपुरम स्टेडियम से प्रारंभ किया। जो तीन बत्ती सर्किल, छोटा चौराहा, दादाबाड़ी बड़ा चौराहा से होते हुए कथा स्थल दशहरा मैदान स्थित विजय श्री रंगमंच पर पहुंची।

भगवान शिव, हर हर महादेव और पार्वती के साथ श्री राधे रानी सरकार और बांके बिहारी लाल के जयकारों के बीच शोभायात्रा में भक्ति का उल्लास उमड़ रहा था। लाल चुनरी में पहुंची महिलाओं का जन समंदर उमड़ पड़ा था।

शोभायात्रा में महिलाएं सिर पर कलश लेकर चल रहीं थीं तो पुरुष जयकारे लगाते चल रहे थे। तीन बैंड व पांच डीजे मधुर स्वर लहरियां बिखेर रहे थे। शोभायात्रा में बैण्ड पर गूंज रहे ‘भर दे मायरो…सांवरिया थारो कांई लागे…, दीवाना राधे का…., जानते हैं प्रभु बात घट घट की… बजाए जा तू प्यारे हनुमान चुटकी…’’ जैसे भजनों पर भक्त नाचते गाते चल रहे थे। करीबन 7 किलोमीटर लम्बी शोभायात्रा का एक छोर जब कथा स्थल पर पहुंच चुका था, वहीं अंतिम सिरा शोभायात्रा प्रारंभ स्थल पर ही था।

कलशयात्रा में आगे भगवा पताकाएं थामे 10 घुड़सवार चल रहे थे। नंदी के साथ शंकर पार्वती एवं श्री राधा कृष्ण की जीवंत झांकी आकर्षण का केन्द्र थी। बग्गी में शिव महापुराण को सुसज्जित किया गया था। कलश यात्रा मार्ग में विभिन्न स्थानों पर 150 से भी अधिक तोरण द्वार लगाए गए थे। जहां शोभायात्रा का स्वागत करने के लिए भक्त जमा थे।

मार्ग में अल्पाहार, शीतल जल, छाछ समेत अन्य पेय पदार्थ वितरित करने के लिए आभी स्टॉल लगाए गए। शोभायात्रा मार्ग को भगवा पताकाओं से सजाया गया था। इस दौरान महिलाएं लाल चुनरी में तथा पुरुष कुर्ते पजामे में उपस्थित हुए।

विधायक संदीप शर्मा ने बताया कि कथा का आयोजन दशहरा मैदान स्थित विजयश्री रंगमंच पर प्रतिदिन 2 से 5 बजे तक किया जाएगा। कथा के लिए 3 लाख वर्ग फीट का वाटरप्रूफ पांडाल तैयार किया गया है। इसमें डेढ़ लाख से अधिक सनातन धर्मप्रेमी कथा श्रवण कर सकेंगे। इसके अलावा दशहरा मैदान में पुराना पशु मेला स्थल समेत शहर भर में प्रमुख पार्कों और बड़े मंदिरों पर भी एलईडी की व्यवस्था की जा रही है। जहां भी आमजन कथा सुन सकेंगे।

7 किमी की शोभायात्रा में भी महिलाएं थकी नहीं
शोभायात्रा का पहला सिर जब दादाबाड़ी छोटा चौराहे पर पहुंचा तो अंतिम सिरा स्टेडियम में ही था। शोभायात्रा में तकरीबन 50 हजार से अधिक महिलाएं पहुंची। जो 7 किलोमीटर मार्ग में चलते हुए पूरे जोश के साथ गीत गाते हुए और नारेबाजी करते हुए चल रही थी। हाथों में भगवा पताका माथे पर त्रिपुण्ड और सिर पर कलश लिए 7 किलोमीटर मार्ग में चलने के बाद भी उनके चेहरे पर थकान का कोई शिकन भी नजर नहीं आई। इस दौरान संयोजक रमेश गुप्ता, गोविंद नारायण अग्रवाल, राजेंद्र खंडेलवाल, राजेन्द्र खंडेलवाल, विशाल शर्मा, अविनाश राठी, जयंत अग्रवाल, रामस्वरूप शर्मा, गिर्राज शर्मा, दिलीप सिंह चौहान, राजेंद्र शर्मा, गिरधर बडेरा, राजेश, जितेन्द्र सिंह राजावत, राजेन्द्र शर्मा, महेश विजय समस्त कलश यात्रा कार्य की देखरेख में लगे हुए थे।

कोटा पहुंचे पंडित प्रदीप मिश्रा
कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा शनिवार दोपहर कोटा पहुंचे। एयरपोर्ट पर लेने के लिए विधायक संदीप शर्मा समेत सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक संगठनों के कार्यकर्ता पहुंचे।