सोया खली के निर्यात में 38 फीसदी की बढोतरी, पेराई में 9 फीसदी से ज्यादा इजाफा

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नई दिल्ली। Soya Doc Export: चालू तेल वर्ष (अक्टूबर से सितंबर ) में सोयाबीन की पेराई ने रफ्तार पकड़ ली है। शुरुआती दो महीनों के दौरान पेराई में 9 फीसदी से ज्यादा इजाफा हुआ है। चालू तेल वर्ष में सोया खली की निर्यात मांग में भी मजबूती देखी जा रही है। शुरुआती दो माह में सोया खली के निर्यात में 38 फीसदी बढोतरी दर्ज की गई है।

चालू तेल वर्ष 2023—24 में भी सोयाबीन की पेराई में बढोतरी देखी जा रही है। सोयाबीन उद्योग के प्रमुख संगठन सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक शुरुआती दो महीने यानी अक्टूबर-नवंबर में 23.50 लाख टन सोयाबीन की पेराई हुई, जो पिछली समान अवधि में हुई 21.50 लाख टन पेराई से करीब 9 फीसदी ज्यादा है।

नवंबर महीने में भी अक्टूबर महीने से ज्यादा पेराई हुई है। नवंबर में 12 लाख टन सोयाबीन की पेराई हुई, जबकि अक्टूबर में यह आंकड़ा 11.50 लाख टन था। सोपा के मुताबिक चालू तेल वर्ष में 120 लाख टन सोयाबीन की पेराई होने का अनुमान है, जो पिछले तेल वर्ष में हुई 115 लाख टन पेराई से 5.75 फीसदी अधिक है।

विदेशों में बढ़ी भारतीय सोया खली की मांग
चालू तेल वर्ष के शुरुआती महीनों में विदेशों में भारतीय सोया खली की मांग जोर पकड़ रही है। सोपा के मुताबिक वर्ष 2023—24 के शुरुआती महीने अक्टूबर-नवंबर के दौरान 2.50 लाख टन सोया खली का निर्यात हो चुका है। पिछले तेल वर्ष में इन दो महीनों में 1.81 लाख टन सोया खली का निर्यात हुआ था। इस तरह चालू तेल वर्ष के इन दो महीनों में सोया खली निर्यात में 38 फीसदी इजाफा हुआ है। नवंबर महीने में अक्टूबर महीने की तुलना में खली निर्यात 50 फीसदी बढ़कर 1.50 लाख टन दर्ज किया गया। पिछले तेल वर्ष में देश से सोयाबीन खली का रिकॉर्ड 18.36 लाख टन निर्यात हुआ था।