साल 2019 में सोने की मांग में 9% की भारी गिरावट

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नई दिल्ली। भारत के गोल्ड यानी सोने के डिमांड में साल 2019 में भारी गिरावट दर्ज की गई है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल सोने की मांग 9% घटकर 690.4 टन रह गई, जो एक साल पहले तक 760.4 टन थी। इसमें से ज्वैलरी डिमांड 9 फीसदी गिरकर 598 टन से 544.6 टन रह गई, जबकि बार एडं क्वाइन की डिमांड 10 फीसदी गिरकर 162.4 टन से 145.8 टन रह गई।

अगर पैसों की बात करें, तो साल 2019 में 2,17,770 करोड़ रुपए का गोल्ड खरीदा गया, जो कि पिछले साल से 3 फीसदी ज्यादा है। इस साल धनतेरस पर गोल्ड खरीदारी फीकी रही। साल 2019 की चौथी तिमाही में घरेलू स्तर पर सोने की बढ़ी कीमतों और कमजोर आर्थिक गतिविधियों के चलते गोल्ड की बिक्री कम रही। भारत में साल 2019 में गोल्ड डिमांड में 14 फीसदी गिरकर 646 टन रह गई, जो साल 2018 में 755 टन थी।

कस्टम ड्यूटी कम करने की मांग
इंपोर्ट में गिरावट की वजह घरेलू मार्केट में सुस्त डिमांड और रिसाइकिल्ड गोल्ड में इजाफा रहा। साल 2019 में कुल 119 टन रिसाइकिल्ड गोल्ड का इस्तेमाल किया गया। रिपोर्ट में कहा गया कि सरकार को गोल्ड इंपोर्ट में कमी लानी चाहिए। लेकिन इसके लिए कस्टम ड्यूटी को 12.5 फीसदी करना सही नहीं है। सरकार को इसे 12.5 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी करना चाहिए।

चीन के बाद भारत सोने की खपत का दूसरा सबसे बड़ा मार्केट
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक आर्थिक मंदी की वजह से गोल्ड डिमांड में कमी देखी जा रही है। रिपोर्ट में साल 2020 तक भारत की गोल्ड डिमांड करीब 700 से 800 टन होने का अनुमान जाहिर किया गया है। इकोनॉमिक रिफॉर्म के चलते कंज्यूमक कॉन्फिडेंस में इजाफा हो सकता है। चीन के बाद भारत सोने की डिमांड के मामले में भारत का दूसरा स्थान है। साल 2019 में सोने की कीमत 39,000 रुपए प्रति टन से ज्यादा रही है, जो साल 2018 के मुकाबले 24 फीसदी ज्यादा है।

सरकार ने सख्त किए कदम
WCG इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर सोमसुंदरम ने कहा कि सरकार पॉलिसी के स्तर पर कदम उठा रही है, जिससे सिस्टम में पारदर्शिता आएगी और अगले कुछ साल में इसके परिणाम दिखेंगे। बता दें केंद्र सरकार ने 15 जनवरी 2020 से गोल्ड पर हॉलमार्क (क्वॉलिटी सर्टिफिकेशन) को अनिवार्य बना दिया है। ऐसे में नॉन हॉलमार्क इनवेंट्री वाले गोल्ड को बेचने या फिर एक्सचेंज करने के लिए एक साल का वक्त दिया गया है। सरकार का यह कदम गोल्ड की विश्वसनियता को बढ़ाएगा और खरीदारी में इजाफा देखा जाएगा।